इस्लामाबाद: कुलभूषण जाधव मामले में अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में भारत के हाथों मुंह की खाने के बाद भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. पाकिस्तानी मीडिया इस फैसले को अपनी जीत बता रहा है. इस कड़ी में ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट कर अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा है कि आईसीजे के इस निर्णय की सराहना करते हैं कि उसने कुलभूषण जाधव को छोड़ने और रिहा करने के लिए नहीं कहा है. कुलभूषण पाकिस्तान के लोगों के खिलाफ किए गए अपराध के दोषी हैं. पाकिस्तान इस मसले में कानून के मुताबिक कार्यवाही करेगा. उल्लेखनीय है कि कुलभूषण जाधव मामले में अंतरराष्ट्रीय कोर्ट (ICJ) में भारत को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है. 15-1 बहुमत के आधार पर जजों ने भारतीय पक्ष की सभी दलीलों को मानते हुए पाकिस्तान से कहा कि वह इस केस पर पुनर्विचार करे. कुलभूषण जाधव की फांसी की सजा पर रोक लगाई जाए. उनको काउंसलर सुविधा उपलब्ध कराई जाए. सूत्रों के मुताबिक भारत सरकार के उच्च पदस्थ सूत्रों ने इस फैसले को पूरी तरह से भारत की जीत बताया है.वहीं दूसरी तरफ इससे पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय जगत में किरकिरी हुई है और ये केस उसके लिए शर्मिंदगी का सबब बना. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर किस आधार पर ये कहा जा सकता है कि इस केस में भारत की पूरी तरह से जीत हुई?