पहले इलाज के दौरान ली जान,दो घंटे तक मरने की खबर छिपाई गई
परिजनों ने लगाया गलत तरिके से आँपरेशन करने का आरोप
पांकी से लौकेश सिंह की रिपोर्ट
पांकी: पांकी प्रखंड मुख्यालय के थाना रोड स्थित जीवन रक्षक नर्सिंग होम में आज एक बड़ी लापारवाही का मामला प्रकाश में आया है। अस्पतालकर्मियों की लापरवाही के कारण यहां भर्ती पांकी के करार गांव निवासी जसवंत भुईया की उम्र 20 वर्षीय पत्नी की असमय मौत हो गई।लापरवाही का आलम यह था कि मरीज की मौत के बाद भी नर्सिंग होम के चिकित्सकों ने मरीज को रेफर कर दिया था।हलांकि प्रसव के बाद जन्म बच्चा सुरक्षित हैं।मृतका के परिजनों का आरोप है कि जीवन रक्षा नर्सिंग होम में झोला छाप चिकित्सक मरीजों का इलाज करते हैं और उन्हीं के द्वारा गलत ढ़ंग से आंपरेशन किए जाने के कारण महिला की मौत हुई हैं।जानकारी के अनुसार परिजनों ने उक्त महिला को डिलीवरी के लिए स्वास्थ्य सहिया के कहने पर नर्सिंग होम में भर्ती करवाया था।2 घंटों तक हास्पिटल में रखने के बाद महिला के परिजनों को बताया गया कि बच्चे की डिलीवरी के लिए आँपरेशन करना होगा।परिजन तब तक कुछ नहीं समझ पाते कि कल शाम 4 बजें महिला का आँपरेशन कर दिया गया इसके बाद महिला की तबीयत बिगड़ने लगी।नर्सिंग होम के कर्मियों ने मरीज को 11बजें रात को कर दिया।हालांकि तब तक मरीज की मौत हो चुकी थी और इसके बारें में परिजनों को जानकारी नहीं दी गई।महिला की मौत के बाद परिजन रोने लगे तब लोगों को मामले की जानकारी हुई।इधर परिजनों ने आँटो से महिला के शव को घर ले जाकर दाह संस्कार कर दिया है।बताते चलें कि पांकी सामुदायिक केंद्र में दलाल संक्रिय है,जो मरीजों को झोला छाप नर्सिंग होम में ले जाते हैं।मालूम हो कि पूर्व में भी पांकी प्रखंड मुख्यालय में संचालित अवैध नर्सिंग होम में कई मरीजों की मौत हो चुंकि है।यह सब स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के कारण हो रहा है।ईधर पांकी सामुदायिक केंद्र के प्रभारी डाँ महेंद्र प्रसाद ने कहा कि इस संबंध में परिजनों द्वारा लिखित सुचना देने के बाद उक्त नर्सिंग होम पर प्राथमिकी दर्ज कराने के साथ ही आगे की कार्रवाई की जाएंगी।