लातेहार: विगत 17 मार्च को विधानसभा घेराव के राँची अपना अपना आकस्मिक अवकाश लेकर जिले से गए पारा शिक्षकों का एक दिन का मानदेय काट कर भुगतान करना तानशाही और लोकतंत्र में जो अधिकार मिला है उसका हनन करना है। जिला अध्यक्ष अतुल कुमार एवं महासचिव अनूप कुमार ने सूबे के मुखिया हेमंत सोरेन से मांग की है कि आप पदाधिकारी पर अंकुश लगाए और अपना किया वादा 65 हजार मूल निवासी को वेतनमान देकर पूरा करे। साथ ही जो मानदेय एक दिन का काटा गया है उसे यथाशीध्र भुगतान के लिए निर्देशित करें। पदाधिकरियों के इस कृत से पूरे झारखंड के पारा शिक्षकों में रोष है और अगर सरकार का यही उदासीन रवैया रहा तो आने वाले मधुपुर चुनाव में और आगामी विधानसभा चुनाव में भारी कीमत सरकार को चुकानी पड़ेगी।