गोड्डा : शुक्रवार को परित्राण फाउंडेशन की ओर से यहां अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित कर प्रताड़ना के शिकार पुरुषों के हक में आवाज बुलंद की गई। फाउंडेशन की ओर से गोड्डा में छठा अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस मनाया गया। मौके पर चीफ काउंसलर प्रदीप कुमार विद्यार्थी ने कहा कि देश में महिलाओं से 3 गुणा अधिक पुरुष आत्महत्या कर रहे हैं। इसका जिम्मेदार आखिर कौन है?
अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस कार्यक्रम की शुरुआत अशोक स्तंभ में अंकित शहीदों को पुष्प अर्पित कर किया गया।तत्पश्चात वरिष्ठ सदस्यों को माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया। संस्था सदस्य थानेश्वर पंडित ने संस्था के चीफ काउंसलर प्रदीप कुमार विद्यार्थी को अंगवस्त्र देकर सम्मानित करते हुए कहा कि आज संस्था फर्जी केस में फंसे परिवारों के लिए आशा एवं उम्मीद का केन्द्र है।कार्यक्रम में परिचर्चा का विषय वर्तमान परिवेश में पुरुषों की समस्याएं, चुनौतियां और समाधान था। विषय वस्तु पर बोलते हुए संस्था सदस्य अमरनाथ सेन ने कहा कि भारतीय दंड विधान की धारा 498 के लगातार दुरुपयोग से परिवार बर्बाद हो रहा है। अलबेला संस्थान के अध्यक्ष मोकर्रम अंसारी ने कहा कि देश में हर साल 96000 पुरूषों की आत्महत्या और 45000 महिलाओं की गिरफ्तारी चिंता का विषय है।लॉक डाउन के बाद फर्जी मुकदमों की बाढ़ आ गई है। फर्जी केस कर वसूली करना एक उद्योग के रूप में पनपता जा रहा है, जो कि बेहद चिंता का विषय है।
सामाजिक कार्यकर्ता कालीचरण महतो ने कहा कि छेड़खानी, दहेज उत्पीड़न कानूनों का दुरुपयोग बंद करने के लिए सरकार को कठोर पहल करनी चाहिए। अविलंब पुरुष आयोग एवं मंत्रालय का गठन करना चाहिए। इस मौके पर सीताराम पंडित, रवि शंकर पंडित, बलवंत मिश्रा, प्रफुल्ल पुष्प, पवन गुप्ता, नौशाद आलम, पवन तूरी, राहुल कुमार, तूफान कुमार मंडल, नवल साह आदि मौजूद थे।