कामिल की रिपोर्ट
बसंतराय: प्रखंड मुख्यालय से करीब 5 किलोमीटर दूरी पर कदमा पंचायत के मेदनीचक गांव के हरिजन टोला के ग्रामीण पिछले 15 दिनों से जल जमाव की समस्या से जूझ रहे हैं। इस टोला में नाली निर्माण नहीं होने से ग्रामीण गंदा पानी होकर आवागमन करने के लिए विवश हैं।
पिछले दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण ग्रामीण नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। दलित टोले की त्रासदी यह है कि गांव के ही कुछ दबंगों द्वारा पानी निकास को बंद कर दिया गया है, जिससे गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
गांव के विकास के लिए सरकार द्वारा लाखों रुपए दिए गए हैं। बावजूद इसके, एक अदद नाली के लिए ग्रामीण वर्षों से तरस रहे हैं। ग्रामीणों की मानें तो इस समस्या के समाधान के लिए पंचायत के मुखिया से लेकर बीडीओ तक को आवेदन देकर गुहार लगा चुके हैं। बावजूद किसी भी स्तर पर उन्हें राहत अब तक नहीं मिली है। लिहाजा ग्रामीणों का जीवन मुश्किल से गुजर रहा है। जल जमाव के कारण सबसे अधिक परेशानी महिलाओं एवं छोटे छोटे बच्चे को हो रही है। स्थानीय ग्रामीण प्रकाश रविदास ने बताया कि जल जमाव से हरिजन टोला के लगभग 25 घर प्रभावित हैं। वैसे तो सरकार दलित परिवार को घर, राशन, नाली, पेयजल, बिजली, आदि सुविधाएं मुहैया कराती है, लेकिन अभी तक हरिजन टोला में योजनाओं की शुरुआत भी नहीं हो सकी है।
ग्रामीणों ने बताया कि इस टोला में अभी तक विकास के नाम पर सिर्फ पीसीसी का निर्माण हुआ है।15 दिनों से हो रहे जल जमाव के कारण संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा बढ़ गया है। जिससे ग्रामीण दहशतजदा हैं । महामारी फैलने की आशंका बनी हुई है। वहीं जल जमाव से प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत का सपना भी चकनाचूर हो रहा है। मौके पर प्रकाश रविदास,नज्जो दास, डब्लू दास,नरेश दास सहित कई अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।