बसंतराय से कामिल की रिपोर्ट
बसंतराय: पूरे देश में आज मुहर्रम मनाया जा रहा है बसंतराय प्रखंड में भी कोरोना माहामारी को लेकर जारी गाइडलाइन के बीच मोहर्रम मनाया गया। लोगों ने घर में ही रहकर कर्बला के शहीदों को याद किया। पूरे प्रखंड क्षेत्र में इसबार एक से 10 वीं तक निकलने वाले जुलूस, मातम और इमामबाड़ा से निकलने वाला शाही जूलूस स्थगित रहा। राज्य सरकार के निदेर्शों और स्थानीय पुलिस प्रशासन के सख्ती के कारण इमाम हुसेन और कर्बला के शहीदों के गम को नहीं मना सके। उल्लेखनीय है कि गोड्डा जिले में बसंतराय प्रखंड का मुहर्रम पूरे जिले में सबसे मशहूर है। जानकार बताते है की शिया और सुन्नी समुदाय के लोग मुहर्रम अपने-अपने तौर तरीकों से मनाते हैं। आज से लगभग 1400 साल पहले तारीख-ए-इस्लाम में कर्बला की जंग हुई थी। ये जंग जुल्म के खिलाफ इंसाफ के लिए लड़ी गई थी। इस जंग में पैगंबर मोहम्मद के नवासे इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों को शहीद कर दिया गया था।जिनकी शहादत के गम में मुहर्रम मनाते है।
पूर्व में प्रखंड अंतर्गत कोरियाना, रूपनी,मेदनी चक,कपेटा,आदि कर्बला में विशाल एवं भव्य मेला का आयोजन होता था जहां पर पूरे प्रखंड क्षेत्र के लोग इकट्ठे होकर मुहर्रम मनाते थे और कुछ लोग लाठी, भाला, तलवार बाजी से करतब दिखाते थे। लेकिन इस बार प्रशासन के सख्ती के बाद ऐसा नहीं हो सका। शुक्रवार को प्रखंड क्षेत्र के प्रायः सभी इमामबाड़ा मैं निशान एवं तजिए नहीं दिखे साथ ही त्यौहार को लेकर कोई भी चहल-पहल लोगों में नहीं देखी गई।कही कहीं लोगो को ढोलक और लाठी के साथ करतब दिखाते देखा गया।