★ समाहरणालय परिसर में इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, सहायक समाहर्ता-सह-वरीय पदाधिकारी समाज कल्याण, अपर उपायुक्त, सिविल सर्जन, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी रहे उपस्थित
रामगोपाल जेना
चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय परिसर से जिला उपायुक्त श्री अरवा राजकमल के नेतृत्व तथा उप विकास आयुक्त श्री संदीप बक्शी, सहायक समाहर्ता-सह-वरीय पदाधिकारी समाज कल्याण श्री जावेद हुसैन(भा.प्र.से), अपर उपायुक्त श्री एजाज अनवर, मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ओमप्रकाश गुप्ता, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती अनीषा कुजूर की उपस्थिति में पोषण पखवाड़ा 2021(08 मार्च से 22 मार्च तक) के तहत समुदाय स्तर पर कुपोषण से बचाव के प्रति आमजनों को जागरूक करने के उद्देश्य से जिला समाज कल्याण कार्यालय द्वारा संचालित प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर क्षेत्र भ्रमण हेतु रवाना किया गया। इस अवसर पर उपायुक्त के द्वारा बताया गया कि प्रतिवर्ष पोषण के विषय में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से पोषण पखवाड़ा मनाया जाता है तथा इस वर्ष भी निर्धारित समय सीमा में इस कार्यक्रम के तहत आंगनवाडी केंद्र/ग्रामीण स्तर पर विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को सूचना उपलब्ध करवाना ही मुख्य उद्देश्य है।
उपायुक्त के द्वारा बताया गया कि जिला प्रशासन इस संचालित पखवाड़ा अंतर्गत 20 मार्च को कुपोषण उपचार केंद्र के तर्ज पर विभागीय मंत्री के मार्गदर्शन में बड़ाचिरु स्थित कल्याण विभाग द्वारा निर्मित स्वास्थ्य केंद्र में संख्या के लिहाज से संभवतः राज्य का सर्वाधिक क्षमता वाला पोषण केंद्र का संचालन भी प्रारंभ करने हेतु प्रयासरत है। उपायुक्त के द्वारा बताया गया कि पोषण पखवाड़ा अंतर्गत विशेषकर स्थानीय एवं आदिवासी संस्कृति के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध खाद्य सामग्री का उपयोग करते हुए कुपोषण के क्षेत्र में कैसे सुधार लाया जा सकता है इस संबंध में भी समुदाय स्तर पर जानकारी साझा किया जाएगा।
उपायुक्त ने बताया कि जिले में कुपोषण एक जटिल समस्या है और इसे दो प्रकार से हल किया जा रहा है। जिसके तहत बाल विकास एवं संरक्षण पदाधिकारी के द्वारा आंगनवाड़ी सेविका/सहिया के सहयोग से जितने भी कुपोषित बच्चे ज्ञात में आ रहे हैं उनको क्षेत्र के कुपोषण उपचार केंद्र में भर्ती करवाया जा रहा है तथा यह भी ध्यान रखा जा रहा है कि जिले में कुपोषित बच्चे जन्म ना लें, इसके तहत गर्भवती महिला का लगातार ए.एन.सी एवं एनीमिया जांच करवाते हुए पोषण युक्त आहार लेने की सलाह दी जा रही है। उन्होंने बताया कि कुपोषण उपचार केंद्र पर प्रतिनियुक्त चिकित्सक के द्वारा लगातार बेहतर सेवाभाव के साथ उत्कृष्ट काम किया जा रहा है। जिसका नतीजा है कि कुपोषण उपचार केंद्र के रैंकिंग में देखा जाए तो राज्य भर में प्रथम 05 स्थान में 04 इसी जिले के कुपोषण उपचार केंद्र शामिल है।