रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर: पीएलएफआई के जोनल कमांडर तथा 10 लाख का इनामी उग्रवादी शनिचार सुरीन का रविवार 18 जुलाई को चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव को उनके परिजनों को सौंप दिया गया। इधर परिजनों ने शव को अपने साथ गुमला स्थित सरिता गांव के लिए रवाना हो गए। बतातें चलें कि शुक्रवार की देर शाम पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में 10 लाख का इनामी उग्रवादी शनिचर सुरीन को गोली लगने से मौत हो गई थी। जिसके बाद शनिवार की देर रात्रि 12 बजे पुलिस उसके शव को लेकर चक्रधरपुर पहुंची। जिसके बाद शव को रेलवे अस्पताल के शीत गृह में रख दिया गया। रविवार को कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल में दण्डाधिकारी की उपस्थिति में उसका पोस्टमार्टम कराया गया। जहां अनुमंडल अस्पताल के चिकित्सकों के गठित टीम द्वारा पोस्टमार्टम किया गया। गठित टीम में अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाक्टर राजेन्द्र नाथ सोरेन, डाक्टर मोईज अख्तर अंसारी तथा डाक्टर नंदू होनहागा शामिल थे। पीएलएफआई उग्रवादी मृतक शनीचर सुरीन का शव लेने के लिए उसके पिता चकरा सुरीन, छोटा भाई सुखराम सुरीन, पत्नी मनीषा सुरीन, सास सुचिता डहांगा समेत अन्य परिजन पहुंचे थे। वहीं मृतक शनिचर सुरीन की दो बेटी रौशनी एवं मुस्कान भी अपनी मां के साथ चक्रधरपुर पहुंची थी। वहीं शव को देखकर उसकी पत्नी मनीषा सुरीन फफक कर रोने लगी।