पाकुड़: शहर के के के एम कॉलेज, के राष्ट्रीय सेवा योजना एवं महिला कॉलेज पाकुड़ द्वारा संयुक्त रूप से राष्ट्रीय हिन्दी दिवस का आयोजन किया गया । जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में डॉ अमरेन्द्र कुमार सिन्हा, सेवानिवृत विभागाध्यक्ष, हिन्दी विभाग, सी० का० मु० वी० दुमका उपस्थित हुए। श्री सिन्हा के द्वारा बताया गया कि हिन्दी अत्यंत ही समृद्ध भाषा हैं। विश्व में बोलने वाले लोगो के जनसंखया की दृष्टि से तीसरा स्थान हैं। यह इसलिए भी धनी है क्यूकी इस भाषा में तत्तसम, तद्धभव, देशज, विदेशज सभी तरह के शब्द को ग्रहण किया गया है। हिन्दी भाषा एवं साहित्य की लंबी परम्परा रही हैं। तुलसीदास, सूरदास, जायसी , बिहारी, भूषण इस भाषा के समृद्ध कवि रहे हैं। जयशंकर प्रसाद, निराला, पंत, महादेवी ये सभी हिन्दी के मूर्धन्य कवि रहे हैं। हिन्दी के प्रेमचन्द, रेणु, मुख्य उपन्यासकार रहे हैं। हिन्दी सहज व सरल भाषा हैं। जिसे ओ और भी आगे बढ़ाने की जरूरत हैं। प्रतिवर्ष 14 सितंबर को हिन्दी दिवस इसीलिए मनाया जाता है कि इस भाषा का प्रचार – प्रसार होता रहें। कार्यक्रम में प्रभारी प्राचार्य , के के एम कॉलेज, पाकुड़ डॉ० शिव प्रसाद लोहरा, डॉ० शुशिला हांसदा, प्राचार्य महिला कॉलेज, पाकुड़, डॉ० चुगल झा, डॉ० प्रसन्नजित मुखर्जी, प्रो० मनोज कुमार मिश्रा, डॉ० अभय कुमार सिंह, डॉ० अमित कुमार झा, श्री मनोज कुमार, अतरय सरकार, श्रीमती सकुंतला मुंडा, प्रधान सहायक नीरज कुमार आदि ने अपने विचार रखे। छात्राओं की ओर से महिला कॉलेज के B.com की छात्रा :- रिया गुप्ता, काकुली कर्मकार, पारोमिता सरकार, एवं नसरीन प्रवीण और के के एम कॉलेज की ओर से कमल किशोर ने हिन्दी दिवस के अवसर पर भाषण दिया। जिसमे काकुली कर्मकार प्रथम, कमल किशोर को द्वितीय तथा पारोमिता सरकार तृतीय पुरस्कार दिया गया।