बरही से बिपिन बिहारी पाण्डेय
बरही (हजारीबाग) : विश्व जल दिवस के अवसर पर बरही के पूर्व विधायक मनोज कुमार यादव ने एक बयान जारी करते हुए जल समस्या पर चिंता जाहिर किया है। उन्होंने कई अहम सुझाव देते हुए बताया कि काफी चिंता की यह विषय है कि पानी के बढ़ते जरूरतो की वजह से देश के ज्यादातर हिस्से में जल स्तर प्रत्येक वर्ष नीचे जा रहा है l विगत साल की अच्छी बारिश के बावजूद बरही अनुमंडल स्तर पर जल संकट की संकेत दिखाई पड़ रहे हैं। तिलैया डैम का जल स्तर वर्तमान समय में तुलनात्मक दृष्टिकोण से कम दिखाई पड़ रहा है। तिलैया डैम के चारों तरफ पथरीली प्रकृति के कारण चापानल के द्वारा जल का निकलना काफी मुश्किल देखा जा रहा है। विडम्बना यह है कि पृथ्वी का तीन हिस्सा जल होने के बावजूद इंसानी आबादी के समक्ष जल संकट की समस्या गहराती जा रही है। उन्होंने कहा कि आशंका यह भी जताई जा रही है कि अगला विश्व युद्ध पानी के लिये होगा। पूरे विश्व मे पेयजल के भारी संकट होने का संकेत है। अधिकतर बोरिंग फेल होते जा रहे हैं। बरही के कई ऐसे इलाके हैं जहां 700 से 800 फीट गहराई में भी पानी नही है। सरकार कोई भी हो पेयजल उपलब्ध कराने की योजना व प्रयास जारी है। आज विश्व जल दिवस हमें पेयजल के दुरुपयोग नही होने देने का संकल्प का दिन है। जल स्तर सही रहे इसके लिये छोटे तालाब, छोटे जलाशयों का संवर्द्धन किये जाने कि कोशिश होनी चाहिये। खेत का पानी खेत मे जैसी योजनायें से जल स्तर को बढ़ाने एवं वाटर हार्वेस्टिंग जैसे विधि अपनायी जानी चाहिए। मात्र सरकारी प्रयासों से जल संकट का समाधान नही किया जा सकता है। प्रत्येक ग्राम वासियों को भी जल संकट की समस्या से निजात दिलाने के लिये जल संरक्षण को हम सभी को जागरूक व जिम्मेवार होना पड़ेगा। पानी के अनावश्यक प्रयोग को भी रोकना पड़ेगा।