बरही से बिपिन बिहारी पाण्डेय
बरही (हजारीबाग): राजसिंह चौहान अपने परिवार संघ बरही वीर कुंवर सिंह पथ न्यू रेलवे क्लोनी में स्थित अपने आवास पर बाबू वीर कुंवर सिंह के 163वी विजय उत्सव सांकेतिक रूप से मनाया। मौके पर उपस्थित आजसू विधानसभा प्रभारी, सद्भवना विकास मंच के अध्यक्ष सह दहेज उन्मूलन समिति क्षत्रिय महासभा उत्तरी छोटानागपुर हजारीबाग प्रमंडल के युवा अध्यक्ष राजसिंह चौहान, दहेज उन्मूलन समिति क्षत्रिय महासभा उत्तरी छोटानागपुर हजारीबाग प्रमंडल सह सलाहकार बिनोद कुमार सिंह, राजसिंह चौहान के पुत्र रणवीर सिंह चौहान व पुत्री पालक सिंह चौहान ने उनके चित्र पर माल्यार्पण करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किया। कोविड-19 के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए यह उत्सव सांकेतिक रूप से मनाया गया। मौके पर राज सिंह चौहान ने कहा कि 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के महानायक बाबू वीर कुंवर सिंह ने 80 वर्ष की आयु में अंग्रेजों को पराजित कर देश ही नहीं दुनिया में यह एहसास दिलाया कि अदम्य साहस व शक्ति के बल पर किसी उम्र में जंग जीती जा सकती है। वर्तमान समय में युवाओं को उनके साहस, पराक्रम व वीरता से प्रेरणा लेना चाहिए। अंग्रेजों के खिलाफ कुंवर सिंह को 23 अप्रैल 1857 को विजय प्राप्त हुई थी। इस दिन को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। 1857 के अमर सेनानी वीर कुंवर सिंह की वीरता इतिहास के स्वर्णाक्षरों में अंकित है। उन्हें वीर बाकुड़ें की उपाधि दी गई है।