पलामू से सुधीर गुप्ता की रिपोर्ट
मेदिनीनगर: पलामू जिले में कोरोना से मरीजों के ठीक होने का दर लगातार बेहतर हो रहा है. बड़ी संख्या में कोविड-19 के मरीज हर दिन कोरोना वायरस से जंग जीत कर अपने घर लौट रहे हैं.हरिहरगंज के रहने वाले 55 वर्षीय रामू यादव ने भी कोरोना वायरस को हराया. सोमवार की दोपहर रामू यादव को एमएमसीएच स्थित कोविड-19 सेंटर से डिस्चार्ज किया गया।विदित हो कि गत 25 अप्रैल को रामू यादव को गंभीर हालत में एमएमसीएच के कोविड-19 वार्ड में भर्ती किया गया था. जिस समय रामू यादव को सेंटर में भर्ती किया गया था उस समय उसका ऑक्सीजन लेवल 55 था. 23 दिनों तक रामू यादव को ऑक्सीजन पर रखा गया और बेहतर इलाज कर उसे स्वस्थ घोषित किया गया।कोविड-19 सेंटर से डिस्चार्ज होकर बाहर आए रामू यादव ने बातचीत के दौरान कहा कि जिस समय अस्पताल पहुंचा था उस समय उसका ऑक्सीजन लेवल 52 था, सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. हमको एमएमसीएच में भर्ती होना पड़ा.जिस दिन भर्ती हुए थे उस दिन हालत बहुत खराब थी. प्रशासन तथा एमएमसीएच के डॉक्टर तथा कर्मियों के वजह से आज हम स्वस्थ होकर अपने घर लौट रहे हैं. रामू यादव की तबीयत 22 अप्रैल को अचानक से बिगड़ी. उन्होंने अपना करोना जांच कराया.जांच में पॉजिटिव पाए गए. 25 तारीख को उनका ऑक्सीजन लेवल 52 तक पहुंच गया था. आनन-फानन में परिजनों ने एमएमसीएच में उन्हें भर्ती कराया. अस्पताल में भर्ती होने के बाद स्वास्थ विभाग तथा जिला प्रशासन के द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें ऑक्सीजन युक्त बेड दिया गया।रामू यादव ने बताया कि ऑक्सीजन तथा दवाइयों के साथ-साथ एमएमसीएच के डॉक्टर तथा कर्मी हमको मानसिक रूप से भी खुश रखने की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने कहा कि इन 23 दिनों में 1 मिनट के लिए भी ऑक्सीजन सप्लाई बंद नहीं है.इसके लिए उन्होंने झारखंड सरकार, जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग को धन्यवाद कहा. डिस्चार्ज होने के वक्त उन्होंने बताया कि अब वह बिल्कुल स्वस्थ महसूस कर रहे हैं. वे आज अपने घर एमएमसीएच से जुड़ी सुखद यादें लेकर जा रहे हैं.इधर, जिले के उपायुक्त शशि रंजन ने रामू यादव को बधाई देते हुए उनकी कुशलता की कामना की. उन्होंने कहा कि रामू यादव ने 23 दिनों तक कोरोना से लड़ाई की तथा उसको मात दिया. हमें कोरोना से इसी तरह दृढ़ता पूर्वक लड़ने की आवश्यकता है.कोरोना हो जाने पर नकारात्मक सोच से बचने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि पलामू जिले में ऑक्सीजन युक्त बेड की कमी नहीं है. मरीज को अगर समय पर अस्पताल में भर्ती कराया जाए तो मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट सकेंगे. उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान में एमएमसीएच में और भी बेडों को ऑक्सीजन युक्त बनाने को लेकर कवायद जारी है।