कुन्दा(चतरा): लाखों के लागत से जिले के अति उग्रवाद प्रभावित कुंदा प्रखंड के मदारपुर मूख्य पथ से परहियाटोला पथ महज 8 माह में ही जर्जर हो गया। कालीकरण सड़क की गुणवत्ता में घोर अनियमितता बरती गई है। जिसका प्रिमाण है सड़क निर्माण होने के महज 8 माह में जर्जर होना। सड़क के किनारे मिट्टी की न तो अच्छे से भराई की गई और न ही रोलर से चपाई की गई। ऐसे में स्वाल उठता है कि आखिर क्या देखकर सड़क निर्माण विभाग के अभियंता ने सड़क को पास कर दिया था। चंद्रदेव यादव के घर के समीप सड़क व पुल छतिग्रस्त हो गया है। लेकीन संवेदक इस ओर झांकना भी मुनासिब नहीं समझ रहें है। ज्ञात हो की लगभग 8 माह पहले मदारपुर से भौरुडीह सड़क का निर्माण जय श्रीराम व लोकनाथ इंटरप्राइजेज के द्वारा करवाया गया था। जिसकी लागत शिलापट्ट बोर्ड पर अंकित नहीं है। मुख्य पथ से गांवों को जोड़ने वाली प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की सड़कों के शिलापट्ट में अक्सर न योजना का नाम अंकित होता है और ना हीं पूर्ण तिथि। जिसका उदाहरण है मदारपुर मुख्य पथ से परहियाटोला की सड़क। जहां बोर्ड में कार्य से संबंधित कुछ भी जानकारी अंकित नहीं है, जो कई सवाल खड़े करती है। जबकि नियमतः कार्य से संबंधित जानकारी बोर्ड में अंकित करना जरूरी है।