लिट्टीपाड़ा : साहेबगंज गोविंदपुर एक्सप्रेस हाइवे सड़क पर सुरजबेड़ा गाँव के समीप बुधवार को ग्रामीणों ने ट्रेक्टर दुर्घटना में दो दम्पति की हुई मौत पर मुवाजे की मांग को लेकर सड़क जाम किया।सड़क जाम की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहॅूच ग्रामीणों से जाम हटाने का काफी प्रयास किया पर ग्रामीण पीडि़त परिवार के बच्चों की परवरिश के लिए 35 लाख रुपये की मांग पूरा करने पर ही सड़क जाम हटाने का निर्णय लिया।सड़क जाम होने से दोनों तरफ पाकुड़ दुमका रुट पर लम्बी कतारे वाहनों का लग गया। जिससे आने जाने वाले राहगिरो को काफी कष्ट झेलना पड़ा।विगत सोमवार को सुरजबेडा निवासी प्रधान सोरेन व उनकी पत्नी मरांगमय मरांडी दोनों अपने मोटरसाइकिल से लिट्टीपाड़ा साप्ताहिक हटिया से घर वापस लौट रहा था कि चीतलों लाइन होटल के समीप विपरीत दिशा से आ रहे ट्रेक्टर की चपेट में आ गया । दुर्घटना स्थल पर ही पत्नी मरांगमय मरांडी की मौत हो गयी। जबकि पति प्रधान सोरेन गम्भीर रूप से घायल हो गया। जिसे पुलिस उठाकर सामुदायिक स्वास्थ केंद्र लिट्टीपाड़ा में भर्ती करवाया। पर चिकित्सकों ने प्रधान की स्थिति नाजुक होते देखकर उसे सदर अस्पताल पाकुड़ रेफर कर दिया। जहाँ इलाज के दौरान प्रधान ने मंगलवार को दम तोड़ दिया।मृतक प्रधान सोरेन के मामा बरियार मुर्मू का कहना है कि एक परिवार के दो दम्पति की मौत हो गयी।फिर भी प्रशासन परिजनों को ढाढ़स देने तक नही पहुची। प्रधान का चार बच्चा है। जिसमे से दो बड़े बेटे रोजी रोटी की कमाई करने गोवा मजदूरी करने गया हुआ है। जबकि घर पर एक 12 वर्षीय पुत्री फूलीन सोरेन व 8 वर्षीय पुत्र रामु सोरेन है। जिसकी देखभाल प्रधान की 75 वर्षीय बुढ़ी माँ कर रही है। ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन दोनो छोट छोटे बच्चे की परवरिश के लिए 35 लाख रुपया दे और रहने के लिए एक घर बना दे। साथ माता पिता की श्रद्धा कर्म के लिए सहयोग करे। तभी सड़क जाम हटाया जाएगा। समाचार लिखे जाने तक पुलिस सब इंस्पेक्टर मिंटू भारती ग्रामीणों से सड़क जाम हटाने का प्रयास कर रहे थे। पर ग्रामीण उनकी एक भी सुनने को तैयार नही था। मोके पर परिजनों को सांत्वना देने पूर्व सांसद सोम मराण्डी पहुँचे थे।