बरही से बिपिन बिहारी पाण्डेय
बरही (हजारीबाग) : बरही थाना अंतर्गत पंचमाधो राजस्थान होटल के पास जीटी रोड पर सड़क हादसे में कोडरमा झुमरी तिलैया महाराणा प्रताप चौक निवासी ओमप्रकाश सोनी का 40 वर्षीय पुत्र चंद्रकांत सोनी उर्फ बिट्टू सोनी की मौत हो गई। वहीं चालक सहित तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। बताया जाता है कि स्वर्ण व्यवसायी चंद्रकांत उर्फ बिट्टू सोनी अपने एक रिश्तेदार का स्विफ्ट डिजायर कार (संख्या यूपी 78 जीई 7639) से कोलकाता स्थित अपने ससुराल से वापस अपने दो रिश्तेदार व चालक के साथ झुमरीतिलैया अपने घर लौट रहे थे। इसी बीच शुक्रवार सुबह करीब 6:00 बजे पंचमाधव जीटी रोड़ सड़क पर खड़ी एक अज्ञात ट्रक से उनकी कार की जबरदस्त टक्कर तेज रफ्तार के साथ हुई। इस टक्कर में कार के परखच्चे उड़ गए। वहीं इस दर्दनाक घटना में मौके पर ही चंद्रकांत उर्फ बिटटू सोनी की मौत हो गई। उन्हें बरही अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया गया। वहीं उनके साथ कार में सवार 60 वर्षीय उनका रिश्तेदार कानपुर के ओमपुरवा लालबंगला निवासी रूप किशोर पिता (स्व. मोहनलाल) व रूपकिशोर का 40 वर्षीय पुत्र श्याम किशोर और कानपुर के ही पोखरपुर ग्राम निवासी कार का चालक 36 वर्षीय पवन कुमार (पिता दिनेश कुमार ) घायल हो गए। उक्त तीनों घायलों को बरही थाने की पुलिस ने स्थानीय ग्रामीणों व 108 एंबुलेंस के सहयोग से बरही अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी को बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर किया गया है। हालांकि घायलों को परिजनों ने अपनी सहूलियत के मुताबिक कोडरमा अस्पताल ले गए। इधर मृतक स्वर्ण व्यवसायी चंद्रकांत सोनी के पार्थिव शरीर को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। चंद्रकांत सोनी अपने पिता ओम प्रकाश सोनी के एकलौता पुत्र था, चंद्रकांत सोनी का दो संतान हैं। घटना की जानकारी मिलने पर झुमरीतिलैया से काफी संख्या में मृतक के परिजन व शुभचिंतक बरही पहुंचे। बरही में अपने पुत्र के शव को देख उनके पिता का रो रो कर बुरा हाल रहा।
चंद्रकांत सोनी खुद चलाना रहे थे कार : हादसे से कुछ ही देर पहले चंद्रकांत सोनी उक्त कार को चलाना शुरू किया था। चालक पवन कुमार के मुताबिक वे लोग गुरुवार रात्रि करीब 11 बजे कोलकाता से उक्त कार से चले थे, जिसके बाद बरकट्ठा के आसपास उसे (चालक) नींद आने बाद कार को चलाने के लिए चंद्रकांत सोनी को दे दिया था और वह कार के पिछले सीट पर बैठ गया। साथ ही चालक ने बताया कि चंद्रकांत सोनी के उक्त कानपुर के दोनों रिश्तेदारों के साथ कानपुर से झुमरीतिलैया दो दिन पहले पहुंचे थे, उसके बाद चंद्रकांत सोनी (बिट्टू सोनी) कानपुर से आये अपने रिश्तेदारों के साथ स्वर्ण व्यवसाय के काम से कोलकाता गए थे। वापस लौटने के क्रम में शुक्रवार को हादसा हो गई।