अभय पलिवार की रिपोर्ट
गोड्डा: जनता की गाढ़ी कमाई की हेरा फेरी करते हुए पोस्ट ऑफिस की विश्वसनीयता पर बट्टा लगाने वाले सरौनी उप डाकघर के निलंबित उप डाकपाल निर्भय कुमार को पुलिस ने अंततः गिरफ्तार करने में कामयाबी पा ली। इस जालसाज उप डाकपाल पर 20 करोड़ 90 लाख से अधिक राशि गबन करने का आरोप है।
सदर प्रखंड के सरौनी उप डाकघर के तत्कालीन उप डाकपाल निर्भय कुमार के विरुद्ध सरौनी बाजार डाकघर से टर्म डिपॉजिट के नाम पर 20 करोड़ 90 लाख 14 हजार 200 रुपये गबन का मामला दर्ज था। इस संबंध में गोड्डा मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई थी। पुलिस की पैनी निगाह इस घोटालेबाज को काफी दिनों से खोज रही थी। रविवार को पुलिस ने उसे नगर थाना क्षेत्र के शांति नगर स्थित उसके आवास से गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।
विभागीय ऑडिट में उजागर हुआ था घोटाला
वर्ष 2018 में विभागीय ऑडिट के दौरान सरौनी बाजार के उप डाकपाल निर्भय कुमार द्वारा 86 लाख रुपए गबन करने का मामला उजागर हुआ था। घोटाला पकड़े जाने के बाद उसे निलंबित कर दिया गया था।
इस संबंध में दुमका के सहायक डाक अधीक्षक रामाश्रय कुमार की शिकायत पर सरौनी बाजार के उप डाकपाल निर्भय कुमार के विरुद्ध फर्जी दस्तावेज के सहारे डाकघर से अवैध गबन मामले में मुफस्सिल थाना में कांड दर्ज हुआ था। टर्म डिपॉजिट के नाम पर सरकारी राशि के गबन के इस मामले में मुख्य आरोपित उप डाकपाल निर्भय कुमार के विरुद्ध जालसाजी संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज हुई थी।
लेकिन जब जांच का दायरा बढ़ा तो घोटाले की रकम बढ़कर करीब 21 करोड़ तक जा पहुंची।
हालांकि 26 जनवरी 2019 को जब घोटाले का कांड संख्या 11/19 अंकित हुआ था, उसमें 86 लाख गबन का आरोप लगा था। इस मामले की व्यापक जांच ईडी द्वारा भी की गई। जांच दल की रिपोर्ट आने के बाद 2021 में कांड संख्या 50/21 अंकित किया गया। जिसमें लगभग 21 करोड़ गबन का मामला आया था।
घोटालेबाज निलंबित उप डाकपाल निर्भय कुमार मूल रूप से बिहार के पटना जिले के विक्रम थाना क्षेत्र अंतर्गत मोहम्मदपुर के रहने वाले हैं।