फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की किया मांग
पाकुड़: सत्य सनातन संस्था पाकुड़ ने सोमवार को भारत सरकार नई दिल्ली के केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर के नाम का उपायुक्त वरूण रजंन को मांत्र पत्र सौंपकर रावण लीला फिल्म में प्रतिबंध लगाने की मांग किया है। इसका नेतृत्व संस्था के अध्यक्ष रंजीत कुमार चौबे ने किया। दिए आवेदन में सस्था के सदस्यों ने बताया कि रावण लीला फिल्म में सनातन धर्म एवं भगवान राम, माता सीता का गलत चित्रण फिल्म निदेशक व कलाकारों ने किया है। बॉलीबुड के द्वारा हमारे देवी-देवाताओं, आराध्यों का गलत तरीके से चित्रण करके उनका चरित्र हनन किए जाने का काम किया जा रहा है। आगामी अक्टुबर माह में रिलीज होने वाली फिल्म रावण लीला के ट्रेलर में राम-लीला को नौटंकी कहकर संबोधित किया गया है। भगवान राम के लिए अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया गया है। ट्रेलर में स्पष्ट समझ में आ रहा है कि इसमें माता सीता एवं राणव दानव का पात्र निभा रहे कलाकारों के बीच प्रेम-प्रसंग दिखाया गया है। जब रावण माता सीता का हरण करने जाते है तब लौटा लेकर संडास करने की घटिया शब्द का उपयोग किया है। इसके अलावे फिल्म में भगवाधारियों को भी गलत तरीके से हिंसक प्रवृत्ति का चित्रण किया गया है। इस फिल्म में करोड़ों धर्मावलियों के भावना के साथ खिलवाड़ किया गया है। जिसको हम सनातनी कताई बर्दाश्त नहीं करेंगे। भगवान राम हमारे अराध्य ही नहीं बल्कि हमारी पहचान है। मर्यादा पुरूषोत्तम है। माता सीता मातृशक्ति की साक्षात प्रतिमूर्ति है। हमारे पूर्वजों का अपमान देश का अपमान है। डीसी के माध्यम से केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर को दिए आवेदन में संस्था ने फिल्म के निर्देशक व कलाकारों के खिलाफ देशद्रोह एवं धार्मिक भावना को आहात करते की धारा लगाते हुए फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग किया है। मौके पर संस्था के अध्यक्ष रंजीत कुमार चौबे के अलावे संयुक्त सचिव चंदन प्रकाश, कोषाध्यक्ष अमर ठाकुर, वरीय सदस्य राजेश यादव सदस्य गौतम कुमार, विकास भगत, सन्तोष कुमार ,संस्था के सह सम्पर्क प्रमुख रोहित दास के अतिरिक्त अन्य सदस्य मौजूद थे।
पुतला दहन 23 को
शहर के गांधी चौक के समीप सत्य सनातन संस्था की ओर रावण लीला फिल्म के खिलाफ 23 सितंबर की शाम चार बजे निर्माता व कलाकारों का पुतला दहन किया जाएगा। उपरोक्त आशय की जानकारी संस्था के मीडिया प्रभारी तारक भगत ने दी।