हनवारा: बुधवार को मध्य विद्यालय परसा एवं मध्य विद्यायल परसा कन्या में विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्यों के सशक्तिकरण गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पौष्टिक आहार एवं भयमुक्त वातावरण में बच्चों को विद्यालय से जोड़ने के संबंध में एक बैठक की गई। बैठक में प्रशिक्षक मु०सुलेमान जहाँगीर आजाद ने बारीकी से गुणवत्तापूर्ण मध्याह्न भोजन देने के लिए उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा आवंटित राशि का दुरुपयोग नही करें। हर हाल में स्कूल में अध्ययनरत शत प्रतिशत बच्चों को मध्याह्न भोजन खिलाएं। ताकि सरकार द्वारा चलाई गई इस कल्याणकारी योजनाओं से अध्ययनरत बच्चे लाभान्वित हो सकें।साथ ही साथ उन्होंने कहा कि मध्याह्न भोजन योजना, भारत सरकार की एक योजना है जिसके अन्तर्गत पूरे देश के प्राथमिक और लघु माध्यमिक विद्यालयों के छात्रों को दोपहर का भोजन निःशुल्क प्रदान किया जाता है। नामांकन बढ़ाने, प्रतिधारण और उपस्थिति तथा इसके साथ- साथ बच्चों में पौषणिक स्तर में सुधार करने के उद्देश्य से 15 अगस्त 1995 को केन्द्रीय प्रायोजित स्किम के रूप में प्रारंभिक शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पौषणिक सहायता कार्यक्रम शुरू किया गया था। अधिकतर बच्चे खाली पेट स्कुल पहुँचते हैं, जो बच्चे स्कूल आने से पहले भोजन करते हैं, उन्हें भी दोपहर तक भूख लग जाती है और वे अपना ध्यान पढाई पर केंद्रित नहीं कर पाते हैं। मध्याह्न भोजन बच्चों के लिए ” पूरक पोषण ” के स्रोत और उनके स्वस्थ विकास के रूप में भी कार्य कर सकता है। यह समतावादी मूल्यों के प्रसार में भी सहायता कर सकता है ,क्योकि कक्षा में विभिन्न सामाजिक पृष्ठ्भूमि वाले बच्चे साथ में बैठते हैं और साथ – साथ खाना खाते हैं। विशेष रूप से मध्याह्न भोजन स्कूल में बच्चों के मध्य जाति व् वर्ग के अवरोध को मिटाने में सहायक हो सकता हैं। स्कूल की भागीदारी में लैंगिक अंतराल को भी यह कार्यक्रम कम कर सकता हैं, क्योकि यह बालिकाओं को स्कूल जाने से रोकने वाले अवरोधो को समाप्त करने में भी सहायता करता हैं। मध्याह्न भोजन स्किम छात्रों के ज्ञानात्मक, भावात्मक और सामाजिक विकास में सहायता करता हैं। सुनियोजित मध्याह्न भोजन को बच्चों में विभिन्न अच्छी आदतें डालने के अवसर के रूप में उपयोग में लाया जा सकता हैं। यह स्किम महिलाओं को रोजगार के उपयोगी स्त्रोत भी प्रदान करता हैं।इस मौके पर
पर्यवेक्षक के रूप में अभिषेक कुमार बीआरपी महागामा, अरशद हुसैन,प्रतिभागी सदस्यगण मैंमुना खातून अध्यक्ष, जुबेदा खातून, महेश्वरी देवी संयोजिका, लाडो बेगम, मोहम्मद फैयाज, रमजान अली, बीवी संजीदा, जानकी देवी आदि उपस्थित रहे।