– सिरसी के कब्रिस्तान में एक साथ एक परिवार के 5 लोगों का शव किया गया दफन
– मृतकों में पति, पत्नी एवं तीन बेटी शामिल
– जीवित बची एकमात्र बेटी कह रही थी ‘अब मैं किसके सहारे जिऊंगी’
जावेद अख्तर की रिपोर्ट
हनवारा: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिला अंतर्गत गुरुवार को अहले सुबह सड़क हादसे में मरे एक ही परिवार के 5 लोगों का शव शुक्रवार की शाम महागामा के सिरसी गांव पहुंचा। शवों के गांव पहुंचते ही लोगों का भारी हुजूम उमड़ पड़ा। लोगों का तांता लगा रहा। सबकी आंखें नम हो गई। लखनऊ पुलिस पांचों शव को दो एंबुलेंस में लेकर भागलपुर के रास्ते गांव पहुंची।
इस दौरान नारायणपुर गांव में मृतक अब्दुल अजीज के ससुराल वाले ने बेटी होने का हवाला देते हुए शवों के वाहनों को रोक दिया। परिजन एवं ग्रामीण यहीं दाह संस्कार करना चाह रहे थे। जिसके कारण दोनों तरफ से काफी विवाद हुआ। विवाद इतना गहरा गया कि हनवारा पुलिस को पहुंचकर हस्तक्षेप करना पड़ा। तब जाकर मामला शांत हुआ। मामला को शांत कराने महागामा पुलिस निरीक्षक एवं हनवारा थाना प्रभारी दीपक कुमार दल बल के साथ पहुंचे थे। इसके बाद दोनों एंबुलेंस शव को लेकर मृतक के पैतृक गांव सिरसी पहुंची जहां मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जनाजे की नमाज अदा की। इसके पूर्व मृतक के घर से पांचों अर्थी को कब्रिस्तान तक लाया गया, जिसमें काफी संख्या में लोग शामिल हुए। कब्रिस्तान में मां के कब्र के साथ पांच कब्र खोदे गए थे। जहां पांचों शव अब्दुल अजीज (50) , उनकी पत्नी नरगिस तबस्सुम (45), पुत्री एमन (18), सिजरा (10 )और पुत्री तुबा (7) की अंत्येष्टि की गई। घटना में बाल बाल बची पुत्री अनम साथ थीं।
उसने घटना की रो रो कर आपबीती लोगों को सुनाई कि किस तरह उसकी आंखों के सामने उसका सारा परिवार उजड़ गया। वह रोते-रोते कह रही थी, ‘मैं यतीम हो गई। मुझे कौन कौन पढ़ाएगा। कौन पालेगा।अब मेरा कोई सहारा नहीं है।मैं कैसे जिऊंगी।’
गांव में 5 जनाजा एक साथ निकलने से मातम छा गया। किसी ने कभी गांव में एक साथ इतनी मौत नहीं देखी थी।
ज्ञात हो कि लखनऊ -गोरखपुर हाईवे के बस्ती जिले के नगर बाजार थाना क्षेत्र में पुरैनी रिठिया गांव के पास सड़क हादसे में 5 लोगों की मौत घटनास्थल पर हो गई थी। घटना में पति -पत्नी और तीन बच्चे शामिल थे। जबकि कार चालक गंभीर रूप से घायल है और परिवार की एक बच्ची अनम की जान बाल-बाल बच गई है। यह परिवार अपने मां की अंत्येष्टि में शामिल होने लखनऊ से पैतृक गांव सिरसी आ रहे थे। इसी दौरान यह दर्दनाक घटना घटी।