– कोरोना वायरस की दमदार उपस्थिति के बाद भी नहीं सचेत रहे लोग
– प्रखंड प्रशासन एवं थाना पुलिस मूकदर्शक की भूमिका में
कामिल की रिपोर्ट
बसंतराय: इस प्रखंड के विभिन्न गांव में जानलेवा कोरोनावायरस की दस्तक से लोग हलकान हैं। इस सीमावर्ती क्षेत्र के विभिन्न गांव में कोरोना के संदिग्ध मरीजों की चर्चा सरेआम है। बावजूद इसके आम लोगों में जागरूकता की घोर कमी दिखाई पड़ रही है। प्रखंड प्रशासन एवं थाना प्रशासन भी मास्क के नाम पर महज कागजी खानापूर्ति करने में लगा हुआ है। कानून का भय नहीं रहने के कारण इस इलाके में मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग का जमकर मखौल उड़ाया जा रहा है। हाट बाजारों में बगैर मास्क पहने लोग इस तरह से सट कर खरीददारी करते हुए इस जानलेवा वायरस को साक्षात आमंत्रित करते हुए प्रतीत हो रहे हैं।
प्रखंड क्षेत्र के गोपीचक हाट में शनिवार को लोग ‘आ बैल, मुझे सींग मार’वाली कहावत को चरितार्थ करते दिखे। हाट में ग्रामीण जहां कोरोना प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ा रहे थे, वहीं पुलिस चैन की बंसी बजाती हुई प्रतीत हो रही थी। जबकि गोपीचक थाना से बमुश्किल दो किलोमीटर के फासले पर है।
हालात यह है कि प्रखंड क्षेत्र में नहीं हो रहा है सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन। लोग बिना मास्क लगाए खरीदारी करते देखे जा रहे है। मानो मास्क लगाना ही भूल चुके हों। जबकि कोरोना संक्रमण पूरे देश में तबाही मचा रहा है। इस इलाके के गांवों में भी कोरोना जोरदार उपस्थिति दिखा रहा है। बावजूद इसके शनिवार को गोपीचक में लगने वाले हाट में लोग सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का अनुपालन नहीं कर रहे थे।जबकि संक्रमण का खतरा अभी ज्यादा बना हुआ है। सरकार के द्वारा भी वक्त बेवक्त गाइडलाइन में बदलाव किया जा रहा है ।लेकिन सुदूर देहात
में आज भी करोना संक्रमण का भय लोगो के बीच नहीं है। देश के कई हिस्सों में तो हालत बेकाबू हो चुका है। लोगो का सही तरीके से इलाज भी नहीं हो पा रहा है।