रामगोपाल जेना
चक्रधरपूर: ग्रामीणों की पहल पर बुंडू में आयोजित कार्यक्रम में आदिवासी हो समाज युवा महासभा के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने 60 बाइक रैली के माध्यम से हिस्सा लिया और शहीद ज़ुर्रा पुरती को सुनुम दूल ( श्रद्धांजलि ) किये। इसके पूर्व गुवा में शहीदों को श्रद्धांजलि दिए एवं ज़ोरोंग जिड् ज़ोरोंग जिड् का नारों के साथ बाइक रैली बुंडू की ओर निकला । बाइक रैली सुबह 7:00 बजे चाईबासा से प्रस्थान हुआ , सेरेंगसिया घाटी को शहीदों को नमन कर जगन्नाथपुर रितुई गोन्डई चौक में मझगांव-टोंटो , झींकपानी , हाटगम्हरिया अन्य जगह के लोगों का जुटान हुआ और वहीं बोंगाबुरु संपन्न कर सीधा गुवा के लिए रवाना हुआ। क्रमशः कोटगढ़ ,नोआमुंडी , जामदा एवं अन्य जगहों से युवा वर्ग का बाइक जत्था का कारवाँ जुड़ता गया। नारों की गूँज के साथ तीनों स्थलों पर शहिदों को श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।
रिमझिम वारिश बीच विभिन्न जगहों पर श्रद्धांजलि देते हुए शहीद ज़ुर्रा पुरती को श्रद्धांजलि देने के लिए आदिवासी हो समाज युवा महासभा की टीम बुंडू पहुंची और श्रद्धांजलि दिए । घने जंगल के वादियों में युवा महासभा की टीम ने ग्रामीणों को प्रोत्साहित किया और आश्रित परिवार को सामाजिक स्तर पर सम्मानित किया गया। इसके अलावा ग्रामीण मुण्डा-मानकी- डाकुवा एवं समाज के दिऊरियों को सम्मानित किया गया तथा हो भाषा वारंगचिति लिपि के शिक्षक श्री कृष्णा तोपनो एवं युवा समाजसेवी राजेश पुरती को भी संगठन की ओर से सम्मानित किया गया। ग्राम में भाषा लिपि पढ़ने वाले बच्चों के बीच पाठय सामग्री एवं लेखन सामग्रियों का वितरण कर ग्रामीणों को सामाजिक सहयोग के साथ-साथ आदिवासी हो समाज महासभा का सदस्य बनने के लिए अपील किया गया। ग्रामीणों ने सामाजिक सहमति देते हुए युवा महासभा की टीम के सामने अपनी पीड़ा रखी कि गांव में सरकारी सुविधा दिलाने के लिए कोई भी सरकारी पदाधिकारी नहीं आते हैं, हमलोग डाकुड का पानी पीते हैं, प्रखंड मुख्यालय जाने के लिए सुरक्षित रास्ता नहीं है, बरसात के दिनों में 5-6 प्रखंड की दूरियों का भ्रमण करते हुए अपना प्रखंड मुख्यालय टोंटो जाना होता है। क्षेत्र का सांसद-विधायक कभी नहीं आते हैं, सिर्फ अपना चेला- चपेटे के जरिये हमसे वोट मांगा जाता है, चाईबासा से बुंडू रोवाम का रास्ता भी अधूरा पड़ा हुआ है । नेता, मंत्री अपना कमीशन लेकर छुपचाप बैठ जाते हैं । हमारे जैसे गरीबों को पूछने के लिए भगवान भी नहीं आता है। इस तरह की तमाम सरकारी सुविधाओं से वंचित होने की जानकारी सामाजिक संगठन के पदाधिकारियों को जानकारी दिया गया और आदिवासी हो समाज युवा महासभा की टीम ने सामाजिक रुप से माध्यम बनकर गांव की समस्या का समाधान कराने का भरोसा दिलाया तथा गांव की समस्या को लेकर बैठक आयोजन करने का सुझाव दिया। कार्यक्रम का सफल संचालन कृष्णा तोपनो और राजेश पुरती ने किया। इस अवसर पर केंद्रीय अध्यक्ष डॉ बबलू सुंडी,उपाध्यक्ष भूषण लागुरी,महासचिव सोमा कोड़ा,कोषाध्यक्ष महर्षि महेंद्र सिंकू,जिलाध्यक्ष गब्बरसिंह हेम्ब्रम,पूर्व अनुमंडल अध्यक्ष मंजीत कोड़ा,जिला संयोजक गलाय चातोम्बा,मदन बोदरा , शेरसिंह बिरुवा,बलराम लागुरी, शंकर चातोम्बा,गोविंद बिरुवा,विरेंद्र बलमुचू ,शंकर चातोम्बा,सिकंदर हेम्ब्रम , निर्मल सिंकू,अजय सिंकु,श्रीराम बारजो,सुशील सवैंया,सुधीर लागुरी,पुतकर लागुरी,चंद्रमोहन चातोम्बा,बामिया चांपिया,रमेश बिरूवा,संदीप चातोम्बा,भीमसेन चातोम्बा आदि सहित काफी संख्या बुंडू रोवाम के ग्रामीण मौजूद थे।