कामिल की रिपोर्ट
बसंतराय: जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के झारखंड प्रदेश के अध्यक्ष मुफ्ती शहाबुद्दीन ने कहा है कि स्थापना सन 1919 के बाद से ही लगातार संगठन समाज सुधार का काम कर रहा है। मुल्क को अंग्रेजो से आजाद कराने में उलेमाओ ने बड़ी संख्या में शहादत दी ।
जिनका उदाहरण। प्रखंड क्षेत्र के केवा मदरसा में रविवार को देर शाम आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने यह बात कही।
श्री शहाबुद्दीन ने कहा कि संगठन द्वारा खिलाफत आंदोलन भी चलाया गया ताकि जल्द से जल्द मुल्क को स्वराज की प्राप्ति हो सके।उन्होंने मौजूदा हालात का जिक्र करते हुए कहा कि भारत का इतिहास रहा है कि यहां सभी धर्म के लोग मिलजुलकर एक साथ रहते आए जिसकी मिसाल दुनिया दिया करती है। उन्होंने कहा मौजूदा समय में महिलाओं पर अत्याचार काफी बढ़ गया है जिसपर गौर करने की जरूरत है। उन्होंने दहेज महिला हिंसा,शराब पर सख्त कानून बनाने की मांग की, ताकि बहु बेटियो को इज्जत की जिंदगी मिल सके।
उन्होंने संगठन के कार्यों पर विस्तारपूर्वक चर्चा करते हुए कहा कि देश में अनेकों बार बड़ी से बड़ी विपदा आई है, जिसमें जमीयत उलेमा-ए-हिन्द ने बेहतर काम को अंजाम दिया है। उन्होंने तकनीकी शिक्षा पाने वाले बच्चे को संगठन द्वारा चलाए जा रहे स्कॉलरशिप योजना की जानकारी दी। कहा कि गैर इस्लामिक बच्चे को भी बड़ी संख्या में स्कॉलरशिप दिया गया। उन्होंने देश के कई हिस्से में स्कूल चलाने की बात कही जहां इस्लामिक शिक्षा के साथ साथ तकनीकी शिक्षा भी दिया जायेगा। ऐसे स्कूल सुदूर देहात में भी खोले जायेंगे। प्रेस वार्ता में मौलाना इदरीश मुजाहिरी, मौलाना नोमान सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।