बरकट्ठा से रेयाज खान
बरकट्ठा. प्रखंड क्षेत्र में गुरूवार को सुहागिनों ने अखंड सौभाग्य, संतान प्राप्ति और अपने पति की लंबी आयु के लिए वट सावित्री की पूजा अर्चना किया. हिन्दू पंचांग के अनुसार वट सावित्री व्रत जेष्ट मास के कृष्ष पक्ष की आमावश्या को किया जाता है. पूजा को लेकर बरकट्ठा में सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु, अखंड सौभाग्य के लिए व्रत रखा. बरकट्ठा में जिप उपाध्यक्ष चंदन देवी समेत बड़ी संख्या में महिलाओं ने वट वृक्ष की पूजा करते हुये सूत का धागा को वट वृक्ष में घेरा बनाने के लिए परिक्रमा किया. इस दौरान पूजा अर्चना कर सुहागिन महिलाएं पंडिते पुरोहितो से वट सबित्री पूजा व सत्यवान व सावित्री की कथा का अनुश्रवण करती है. घर जाकर सुहागिन महिलाएं अपने पति को ताड के पंखे से पंखे डोला कर सेवा किया. मान्यता है कि वट वृक्ष में ही सत्यवान के मृत शरीर को अपनी जटाओ के घेरे मे सुरक्षित रखा था जिससे कोई उसे नुकसान न पहुंचा सके. कोरोना काल वैश्विक महामारी के बावजूद महिलाओं ने पूजा को आस्था के साथ मनाया. बरकट्ठा के अलावे प्रखंड क्षेत्र के ग्राम गोरहर, शिलाडीह, बेलकप्पी, चेचकप्पी, झुरझुरी, गंगपाचो, बेड़ोकला, कपका, गैड़ा, गयपहाडी समेत अन्य स्थानों पर श्रद्धा के साथ मनाई गई.