वट सावित्री पूजा से होती है मनोकामना पूरी: अनामिका देवी
चतरा: चतरा जिले के सभी प्रखंड क्षेत्र में गुरूवार को सुहागिनों ने वट सावित्री की पूजा की और अखंड सौभाग्य, संतान प्राप्ति तथा अपने पति के लिए दीर्घायु की कामना की। पंडित पुण्डरा के संतोष पांडेय के अनुसार हिन्दू पंचांग में वट सावित्री व्रत जेष्ट मास के कृष्ष पक्ष की आमावश्या को किया जाता है। पूजा को लेकर चतरा जिले के समस्त प्रखंडों में सुहागिनों ने अपने पति की दीर्घायु, अखंड सौभाग्य के लिए व्रत रखा। सिमरिया पश्चिमी क्षेत्र की जिला परिषद सदस्या अनामिका देवी समेत बड़ी संख्या में महिलाओं ने वट वृक्ष की पूजा किया और मोली कच्चा सुत्ता वट वृक्ष में घेरा बनाने के लिए परिक्रमा किया। इस दौरान पूजा अर्चना कर सुहागिनों ने पंडित पुरोहितो से वट सबित्री पूजा, सत्यवान और सावित्री की कथा का अनुश्रवण की तथा अपने घर जाकर सुहागिनों ने अपने पति को ताड़ के पंखे से पंखे डोलाकर सेवा किया। जिला परिषद ने कहा कि वट सावित्री पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है। सभी सुहागिनों को यह पूजा करना चाहिए, ताकि क्षेत्र के सुख समृद्धि के साथ साथ घर परिवार के सदस्यों पर ईश्वर की कृपा बनी रहे। मान्यता है कि वट वृक्ष में ही सत्यवान के मृत शरीर को अपनी जटाओ के घेरे मे सुरक्षित रखा था, जिससे कोई उसे नुकसान न पहुंचा सके। कोरोना वैश्विक महामारी के बावजूद महिलाओं ने पूजा अर्चना और आस्था के साथ मनाया। चतरा जिले के सभी 12 प्रखंडों के स्थानों पर श्रद्धा के साथ वट सावित्री की पूजा गई।