पलामू से सुधीर कुमार गुप्ता की रिपोर्ट
मेदिनीनगर: छतरपुर थाना क्षेत्र के मुनकेरी पंचायत में लगा जागरूकता शिविर। छतरपुर,अंधविश्वास समाज को खोखला कर रहा है। अशिक्षा के कारण हमारे समाज में अंधविश्वास को बढ़ावा मिल रहा है ।उक्त बातें जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अशोक कुमार ने कही। वे डायन उन्मूलन प्रथा पर छतरपुर के मनु गांव में जागरूकता शिविर में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि डायन प्रथा कानूनन व सामाजिक अपराध है ।डायन कह कर महिलाओं को प्रताड़ित करना अभी नहीं रुक रहा ।जबकि देश व राज्य में डायन प्रथा प्रतिषेध अधिनियम लागू है।इस मौके पर प्रोबेशनर न्यायिक दंडाधिकारी चन्दन कुमार गोस्वामी ने कहा कि डायन प्रथा आज महिलाओं के लिए हत्या तक कारण बन रही है। उन्होंने कहा की किसी औरत को डायन कहने पर 6 माह का कारावास व ₹2000 जुर्माना या दोनों हो सकता है ।यह अजमानतीय है।उन्होंने कहा कि आज डायन प्रथा की आड़ में कई संगीन अपराधों को अंजाम दिया जा रहा है। आज हमारे समाज में अंधविश्वास की जड़े मजबूत हो रही है। इस मौके पर प्रोबेशनर न्यायिक दंडाधिकारी रूबी ने कहा कि डायन प्रथा की आड़ में कई संगीन अपराधों को अंजाम देना हमारे समाज में आम बात है ।किसी को रोग हो गया और उसका सही उपचार ना करने से उसकी मृत्यु हो गई तब उसकी मृत्यु का जिम्मेदार भी डायन को मान लिया जाता है । उन्होंने कहा कि घरेलू उपचार के साथ ओझा गुनी की मान्यता गांव में ज्यादा मिलती है। उन्होंने कहा कि लोग नहीं समझते हैं कि ओझा के पास जाकर किसी भी असाध्य रोग से मुक्ति नही मिल सकती है। डायन के नाम पर औरत के साथ जुल्म करने वाले लोग ओझा गुनी की बातों पर भरोसा करके उसका शोषण करते हैं। यहां तक की महिलाओं को डायन बताकर मलमूत्र पिलाया जाता है। निर्वस्त्र कर सामूहिक दुष्कर्म किया जाता है ।व सर मुड़वाकर मुंह काला कर गांव में घुमाया जाता है। इतना ही नहीं डायन बताकर किसी का नीरशंस हत्या तक कर दी जाती है ।इसके लिए लोगों में जन जागरूकता जरूरी है । प्रोवेशनर न्यायिक दंडाधिकारी सुरभी ने कहा कि डायन कुप्रथा को मिटाने के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा भी समय-समय पर जागरुकता शिविर का आयोजन किया जाता है । इस मौके पर अधिवक्ता संतोष कुमार पांडेय ने हुसैनाबाद में डायन कहकर महिला के साथ मारपीट की घटना को कलंकित करने वाला घटना बताया ।कहा कि डायन के नाम पर मारपीट करना अपराध है । उन्होंने कहा कि इसके लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को भी विशेष जागरूकता शिविर चलाने की जरूरत है ।उन्होंने कहा कि कानून का सही ढंग से पालन हो तो डायन प्रथा पर बहुत हद तक काबू पाया जा सकता है ।साथ ही लोगों में जागरूकता की भी जरूरत बताया। नई दिशाएं के सचिव इंदु भगत ने कहा कि अंधविश्वास के कारण ही भूत मेला लगाया जाता हैं। उन्होंने कहा एक और जहाँ हम चन्दमा व मंगल ग्रह तक पहुँच चुके हैं वही दूसरी तरफ डायन के नाम पर प्रताड़ना को रोकना हमसबो के लिए चुनौती बन गया है। उन्होंने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से मिलने वाली सुबिधा के बारे में विस्तार से चर्चा की। मौके पर पर छतरपुर पुलिस इंस्पेक्टर बीर सिंह मुंडा,महिला थाना प्रभारी सोनी कुमारी,मुंकेरी पंचायत के मुुखिया दशरथ प्रसाद,पंकज कुमार , रूना देवी,फुला देवी, सबिता देवी, कांति कुँवर, अनिता देवी,बैजंती देवी,कलावती देवी समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।