कोडरमा से मनोज कुमार झुन्नू की रिपोर्ट
कोडरमा। कोरोना वैश्विक महामारी के बाद वर्तमान में राज्य भर में लगातार हो रहे बारीश एवं जगह-जगह हो रहे जल जमाव से मच्छरों द्वारा होनेवाली बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। इसे लेकर राज्य मुख्यालय द्वारा प्राप्त दिशा-निर्देश के अनुसार जिले के शहरी क्षेत्रों के विभिन्न वार्डों में डेंगू, चिकुनगुनिया, मलेरिया आदि बीमारी से लोगों का बचाव करने हेतु 15 जून से 15 नवम्बर तक कुल 100 दिनों तक सर्विलेंस का कार्य किया जाना है। उक्त बातें डॉ. मनोज कुमार (जिला कार्यक्रम पदाधिकारी भी.बी.डी., सह जिला सर्विलेंस पदाधिकारी आई.डी.एस.पी.ए कोडरमा) द्वारा बताया गया। उन्होंने यह बताया कि सर्विलेंस के दौरान यदि कोई व्यक्ति बुखार पीड़ित पाया जाता है तो मलेरिया जांच कीट द्वारा मुफ्त में तुरन्त उसकी जांच किया जायेगा। मलेरिया नहीं पाये जाने पर बुखार पीड़ित व्यक्ति अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र या सदर अस्पताल पहुंचकर तुरंत डेंगू एवं चिकुनगुनिया की जांच करायें। इस हेतु 14 जून को कुल 04 व्यक्तियों का सर्विलेंस वॉलेंटियर के रूप में चयन कर लिया गया है तथा क्षेत्रों में लगातार इनके द्वारा कार्य किया जा रहा है जो निम्न है। घर-घर जाकर घर के अन्दर मच्छरों के प्रजनन स्थल की पहचान कर उन्हें नष्ट करने का कार्य करना तथा हैंण्डबिल, पोस्टर आदि वितरण के माध्यम से लोगों को जागरूक करना, यत्र-तत्र रखे प्लास्टिक में जमे पानी, जलसंग्रह पात्र, टायर, नारियल का खोपड़ा आदि को नष्ट करना एवं घर के अन्दर रखे कूलर, गमला, गुलदस्ता, घर की छत पर टंकी के ढक्कन में बने गड्ढे में जमें पानी का बहाना/सुखाना, नाला एवं गड्ढा आदि जल संग्रह वाले क्षेत्रों में लार्वानाशी दवा का छिड़काव करना एवं सभी जल पात्रों में जल भरने से पुर्व बर्तन को अन्दर से रगड़ कर साफ-सफाई करने हेतु जन-समुदाय को प्रेरित करना आदि। चूंकि मच्छरों का प्रजनन इन्ही सब जगहों में जमें पानी में होता है, उपरोक्त सभी कार्यों के लिए राज्य सरकार द्वारा प्राप्त निदेशों का सफलतापूर्वक पालन कराने हेतु डॉ मनोज कुमार द्वारा नगर परिषद झुमरीतिलैया एवं नगर पंचायत, कोडरमा के कार्यपालक पदाधिकारी जितेन्द्र कुमार जैसल एवं कौशलेश कुमार से मिलकर डेंगू एवं चिकुनगुनिया सर्विलेंस वॉलेंटीयर को हर संभव आवश्यक सहयोग करने हेतु बात कही गयी। साथ ही समय-समय पर शहरी क्षेत्रों में फौगिंग कार्य एवं जमें हुए पानी में लार्वानाशी छिड़काव संबंधी कार्य कराने हेतु बात कही गई ताकि डेंगु, चिकनगुनिया एवं मलेरिया जैसे जानलेवा बीमारियां एवं अन्य संक्रमण से जन-समुदाय को बचाया जा सके। इसके साथ ही कीटनाशी दवा की कमी होने पर मलेरिया विभाग से संपर्क करने हेतु कहा गया। उन्होने जन-समुदाय से अपील की कि डेंगू एवं चिकुनगुनिया सर्विलेंस वॉलंटीयर को आवश्यक सहयोग करें तथा वर्तमान में कोविड-19 (कोरोना महामारी) से बचाव के साथ-साथ मच्छरों से बचें एवं इससे सतर्क रहने की विशेष आवश्यकता है। याद रखें जागरूकता ही बचाव है।