– गोड्डा एवं साहिबगंज पुलिस के लिए बना हुआ था सिरदर्द
अभय पलिवार की रिपोर्ट
गोड्डा: अपने आपराधिक कारनामों के कारण साहिबगंज एवं गोड्डा जिला की पुलिस के लिए लंबे अर्से से सरदर्द बना भाजपा नेता सूर्या हांसदा उर्फ सूर्यनारायण हांसदा अंततः पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। सोमवार को अपराह्न गोड्डा जिला की पुलिस ने आपराधिक जगत के नामी खिलाड़ी को ललमटिया थाना अंतर्गत धनकुंडा गांव से गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई। गिरफ्तारी के बाद इस कुख्यात अपराधी को साहिबगंज जिला पुलिस को सौंप दिया गया। मंगलवार को पुलिस अधीक्षक ने प्रेस विज्ञप्ति के जरिए इस कुख्यात अपराधी की गिरफ्तारी की पुष्टि की।
पुलिस अधीक्षक, गोड्डा को सोमवार को गुप्त सूचना मिली थी कि कुख्यात फरार अभियुक्त सूर्यनारायण हांसदा उर्फ सूर्या हांसदा, पेसर: स्व राजा हांसदा, साकिन डकैता, थाना- ललमटिया, जिला-गोड्डा ललमटिया थाना अंतर्गत ग्राम धनकुण्डा में छिपा हुआ है, जो साहिबगंज जिला अंतर्गत बोरियो थाना कांड संख्या 61 / 2021 दिनांक 24.02.2021 धारा 147 / 148 / 149 / 323 / 325 / 361 / 353 / 307/ 332 333 / 427 / 379 / 224 / 225 / 120 (2ी) भादंवि एवं अन्य कांड में फरार है। इस सूचना के आधार पर पुलिस अधीक्षक, गोड्डा वाईएस रमेश के द्वारा अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, महागामा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम के द्वारा ललमटिया थाना क्षेत्र से अभियुक्त सूर्यनारायण हांसदा उर्फ सूर्या हांसदा के छिपने के ठिकाने पर छापामारी करके उसे गिरफ्तार किया गया।
मिली जानकारी के अनुसार, राजनीतिक संरक्षण प्राप्त अभियुक्त सूर्यनारायण हांसदा उर्फ सूर्या हांसदा धनकुंडा गांव में एक शादी समारोह में शिरकत करने पहुंचा था।गिरफ्तारी के उपरांत उसे साहिबगंज जिला पुलिस को सौप दिया गया।
राजनीतिक लबादा ओढ़कर अपराध की दुनिया में विचरण करने वाले सूर्या हांसदा को बीते फरवरी माह में बोरियो थाना के मोती पहाड़ी गांव में गिरफ्तार करने गई साहिबगंज पुलिस पर भीड़ ने हमला कर इस अपराधी को छुड़ा लिया था। सूर्या समर्थक उग्र भीड़ ने पुलिस पर पथराव भी किया था। पथराव के दौरान बरहरवा के एसडीपीओ पीके मिश्र समेत कई पुलिसकर्मी जख्मी भी हुए थे। पुलिस की एक गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई थी। ग्रामीणों के उग्र विरोध के कारण पुलिस को खाली हाथ लौट जाना पड़ा था।
आपराधिक इतिहास
कुख्यात अपराधी सूर्या हांसदा पिछले करीब दो दशक से अपराध की दुनिया में सक्रिय रहा है। शुरुआत में उसका आपराधिक कार्यक्षेत्र ईसीएल की राजमहल परियोजना, ललमटिया तक सिमटा हुआ था। शुरुआत में अपने भाई महेंद्र हांसदा के साथ मिलकर सूर्या ने राजमहल परियोजना के अधिकारियों का अपहरण कर जमकर फिरौती वसूली थी। बाद में उसका आपराधिक कार्यक्षेत्र बढ़ता गया। इस जिला में उसके खिलाफ बोआरीजोर एवं ठाकुरगंगटी थाना क्षेत्र में 16 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
1. बोआरीजोर (ललमटिया) थाना कांड संख्या-55/03, दिनांक 31.05.2003, धारा 341 / 323 / 324 / 307 / 34 भादवि एवं 27 आर्म्स एक्ट
2. बोआरीजोर (ललमटिया) थाना कांड संख्या 71/04, दिनांक 26.04.04, धारा-364 / 34 भादवि |
3. बोआरीजोर (ललमटिया) थाना कांड संख्या 94 / 04, दिनांक 22.09.2004, धारा 364 भादवि।
4. बोआरीजोर (ललमटिया) थाना कांड संख्या 64 / 06, दिनांक 24.03.06, धारा 302 / 34 भादंवि एवं 27आर्म्स एक्ट।
5. बोआरीजोर ( ललमटिया) थाना कांड संख्या 83/07, दिनांक 08.07.07, धारा 399 / 402 / 307 भादवि।
6. बोआरीजोर ( ललमटिया) थाना कांड संख्या 122/07, दिनांक 06.10.2007, धारा 364 (ए) / 34 भादवि।
7. महागामा थाना कांड संख्या 25 / 08, दिनांक 25.02.08, धारा 364 ए ) / 120बी / 34 भादंवि।
8. बोआरीजोर (ललमटिया) थाना कांड संख्या 17/08, दिनांक 07.02.2008, धारा 341 / 323 / 427 / 385 / 387 / 34 भादंवि।
9. बोआरीजोर थाना कांड संख्या 141/06, दिनांक 26.10.06, धारा 302 / 120बी / 34 भादवि एवं 27 आर्म्स एक्ट।
10. बोआरीजोर थाना कांड संख्या 43/07, दिनांक 04.02.07, धारा 302 / 34 / 120बी भादंवि।
11. बोआरीजोर (ललमटिया) थाना कांड संख्या 124/07, दिनांक 14.1007, धारा 307 / 435 भादंवि एवं 25 (1 बी ए / 26 / 27 आर्म्स एक्ट।
12. बोआरीजोर ( ललमटिया) थाना कांड संख्या-51/08, दिनांक 25.04.08 धारा 25 (1 बी ए / 26 आर्म्स एक्ट।
13. बोआरीजोर (ललमटिया) थाना कांड संख्या 122/07, दिनांक 06.10.07, धारा-364 (ए) / 120बी / 34।
14. बोआरीजोर (ललमटिया) थाना कांड संख्या – 17/08, दिनांक 07.02.08, धारा 385 / 387 / 341 / 323 / 427 भादवि एवं 27 आर्म्स एक्ट।
15. ठाकुरगंगटी थाना कांड संख्या 01/20, दिनांक 10.01.2020, धारा-147 / 148/149/341/342/ 323/307 / 504 / 506 / 435 / 427 भादवि एवं 3/4 प्रिवेंशन ऑफ डैमेज पब्लिक प्रोपर्टी एक्ट।
16. ठाकुरगंगटी थाना कांड संख्या 09 / 20, दिनांक 07.03.2020, धारा 25 (1 बी ए / 26(ii) / 35 आर्म्स एक्ट।
अपराधी का राजनीतिकरण
अपराध की दुनिया में तेजी से कुख्याति अर्जित करने वाला सूर्या हांसदा की राजनीतिक महत्वाकांक्षा भी रही है। अपने राजनीतिक महत्वाकांक्षा की पूर्ति के लिए सूर्या हंसदा पिछले तीन-चार चुनाव से बोरियो विधान सभा क्षेत्र से किस्मत आजमाता रहा है। एक बार निर्दलीय, दो बार झारखंड विकास मोर्चा एवं एक बार भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर वह बोरियो विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुका है। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने उसे बोरियो विधान सभा क्षेत्र से पार्टी का प्रत्याशी बनाया था। वह दूसरे स्थान पर रहा था।
पहले झारखंड विकास मोर्चा (अब भाजपा में विलय) एवं बाद में भाजपा ने इस दुर्दांत अपराधी का राजनीतिकरण करने की कोशिश की। झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने सर्वप्रथम इस अपराधी का राजनीतिकरण करने की कोशिश करते हुए दो चुनाव में उसे बोरियो विधान सभा क्षेत्र से झारखंड विकास मोर्चा प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा था। लेकिन बीते विधानसभा चुनाव के दौरान उसने अपने पुराने राजनीतिक गुरु बाबूलाल मरांडी का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था। हालांकि चुनाव के बाद श्री मरांडी भी भाजपा में शामिल हो गए।