पाकुड़ से मुकेश जायवाल की रिपोर्ट
पाकुड़ : एक बार फिर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ईलामी पंचायत के बागानपाड़ा स्थित पटसन के खेत में 13 साल की एक नाबालिग लड़की का शव बरामद हुआ है। मृतक बच्ची की पहचान बागानपाड़ा के ही रहने वाले रफिकूल शेख की पुत्री आसिफा खातून के रूप में हुई है।वहीं शव मिलने की खबर थाने को दी गई औरखबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहूूच कर मामले की छानबीन करते हुये शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सोनाजोड़ी सदर अस्पताल भेज दिया है। वहीं पुलिस ने शक के आधार पर एक युवक को हिरासत में लिया है। परिजनों के मुताबिक आसिफा शनिवार की रात्रि से गायब थी। काफी देर तक घर नहीं लौटने पर उसकी खोजबीन करने लगे। लेकिन रात भर खोजबीन के बाद भी कोई पता नहीं चल पाया। इधर रविवार की सुबह बच्ची के चाचा खेत की ओर निकले थे। इसी दौरान पटसन के खेत के कुछ हिस्से को देखकर उन्हें शक हुआ। इसके बाद खेत में लगे पटसन के बीच अंदर जाकर देखा तो किसी बच्ची का शव पड़ा हुआ है। मृतक बच्ची का चेहरा टी-शर्ट से ढका हुआ है। जब टी-शर्ट हटाकर देखा तो चैंक गए। मृतक बच्ची आसिफा ही थी। उसने तुरंत घर में खबर दी। परिजन दौड़े-दौड़े खेत में पहूंचे। पटसन के खेत में बच्ची का शव पड़े होने की खबर पूरे मोहल्ले और फिर गांव में फैल गई। जिसके बाद लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई। मुफस्सिल थाना प्रभारी दिलीप कुमार मल्लिक, एएसआई सरवर खान एवं अन्य पुलिस पदाधिकारी एवं महिला पुलिस कर्मी घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस की टीम ने घटनास्थल का जायजा लिया और तहकीकात शुरू कर दिया। घटनास्थल पर टी-शर्ट बरामद किया, जिससे चेहरा ढका हुआ था। इसी दौरान आसिफा के पिता रफीकुल शेख से भी पुलिस ने कई बिंदुओं पर जानकारी ली। पिता रफीकुल ने टी-शर्ट के आधार पर बागानपारा के ही सनोत रविदास पर हत्या करने की आशंका जताई। तभी पुलिस ने शक के आधार पर सनोत रविदास को उसके घर से हिरासत में ले लिया। वहीं कुछ ही देर में एसडीपीओ अजीत कुमार विमल भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कई विन्दुओं को ले कर बारीकी से जांच की। एसडीपीओ ने बच्ची की हत्या या आत्महत्या जैसे कई बिंदु पर जांच किया। वहीं हिरासत में लिए गए युवक से पूछताछ की गई है। वहीं एसडीपीओ अजीत कुमार विमल ने कहा कि अभी जांच किया जा रहा है। इस बच्ची की हत्या किसने और कैसे की, इस पर जांच चल रहा है। शक के आधार पर एक युवक को हिरासत में लिया गया है। घटना की सच्चाई क्या है, इसका पता लगाना जरूरी है। पुलिस की कोशिश है कोई निर्दोष नहीं फंसे और असली दोषी को ही सजा मिले।