पाकुड़ : शहर के सिद्धू कानू पार्क में नगर परिषद के द्वारा निर्माण करवाए जा रहे हैं अर्जुन रथ का विरोध कुछ आदिवासी संगठन से जुड़े नेता कर रहे हैं यह नेता अपना चेहरा चमकाने का प्रयास में जुटे हुए हैं उक्त बातें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नगर मंत्री बम भोला उपाध्याय व विश्वविद्यालय संयोजक राहुल मिश्रा ने परिषद के कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि
अर्जुन रथ का विरोध करना भारतीय संस्कृति का अपमान है। जहां सिद्धू कानू हमारे झारखंड के महान क्रांतिकारी है जिनका पूरा देश सम्मान करता है वही अर्जुन रथ भारतीय संस्कृति का हिस्सा है। किंतु कुछ लोग अर्जुन रथ के निर्माण को सिद्धू कानू से जोड़कर आदिवासियों को दिग्भ्रमित कर रहे हैं हमारे मन में जितना भगवान बिरसा मुंडा सिद्धू कानू फूलों झानू ,निलंबर पीतांबर आदि क्रांतिकारियों के लिए सम्मान है उतना ही भारतीय संस्कृति के लिए भी हमारा सम्मान है। विद्यार्थी परिषद प्रत्येक वर्ष सिद्धू कानू जी को याद करते हुए पूरे प्रदेश भर में हुल दिवस मनाती है। आदिवासी भी जल जंगल जमीन की पूजा करते हैं और अर्जुन रथ भी उसी संस्कृति का हिस्सा है दोनों में काफी समानताएं हैं लेकिन कुछ लोग अपनी राजनीतिक रोटी चमकाने के लिए भोले भाले लोगों को दिग्भ्रमित कर रहे हैं। विद्यार्थी परिषद देश के किसी भी क्रांतिकारी अथवा देश की संस्कृति के साथ खिलवाड़ या राजनीति बर्दाश्त नहीं करेगी। अर्जुन रथ का निर्माण पार्क कैंपस से बाहर हो रहा है इसे सिद्धू कानू पार्क से जोड़ करके ना देखा जाए।
आज इस प्रेस वार्ता के माध्यम से विद्यार्थी परिषद जिला प्रशासन से और नगर परिषद प्रशासन से यह मांग करती है कि जिस प्रकार पार्क बाहर एक तरफ अर्जुन रथ का निर्माण हो रहा है तो ठीक उसी के दूसरे तरफ सिद्धू कानू के एक भव्य प्रतिमा का निर्माण हो जिससे किसी की भी आस्था को ठेस ना पहुंचे।मौके पर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विशाल भगत मौजूद थे।