– डॉक्टर ने कहा अस्पताल लाने से पहले पहले ही दिल का दौरा पड़ने से से हो गई थी मौत
नितेश रंजन की रिपोर्ट
पथरगामा: सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए लाए गए एक मरीज को चिकित्सक ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। इसके बाद मृतक के परिजनों ने हंगामा कर दिया। परिजनों का आरोप था कि चिकित्सक ने देखने में विलंब कर दी, जिसके कारण मौत हो गई। वहीं चिकित्सक का कहना है कि अस्पताल लाने से पहले ही दिल का दौरा पड़ने से मरीज की मौत हो गई थी।
परिजनों के हंगामा के कारण कुछ देर के लिए अफरा तफरी का माहौल हो गया। घटना सोमवार की है। सोनारचक ग्राम निवासी कारू सिंह को दिन के चार बजे पथरगामा अस्पताल लाया गया था। चिकित्सक ने मरीज को देखने के बाद मृत घोषित कर दिया। इस पर मृतक के परिजन चिकित्सक पर दोषारोपण कर हंगामा करने लगे। मृतक के पुत्र बिरजू सिंह का कहना था कि जब अस्पताल आये तो अस्पताल में चिकित्सक बैठे नही थे। अस्पताल कर्मी के बुलावे पर चिकित्सक पहुंचे। परिजनों का आरोप था कि चिकित्सक के आने में हुई बिलंब के कारण मौत हो गई।
इधर चिकित्सक गोपाल प्रसाद का कहना है कि मरीज की मौत हर्ट अटेक के कारण अस्पताल लाने से पूर्व ही हो गई थी। परिजन बेकार का हंगामा कर रहे थे।
उधर, परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार गांव में शादी विवाह का आयोजन था। जहां पर मृतक खाना खाने के लिए गया हुआ था। खाने के दौरान ही उन्हें हिचकी आई और वह कुर्सी पर ही लुढ़क गए। इसके बाद परिजन अस्पताल लेकर पंहुचे थे। जहां चिकित्सक ने देखने के बाद मृत घोषित कर दिया।
हंगामे की सूचना पर पथरगामा पुलिस अस्पताल पहुंची और घटना की जानकारी ली।