खूंटीः लगातार हो रही बारिश से नदियों में उफान आ गया है। खेत खलिहान भी जलमग्न हो गए हैं। इसी दौरान अड़की के सीआरपीएफ 194 की बटालियन ऑपेरशन में निकली थी। बता दें कि नक्सली इस हफ्ते शहीद सप्ताह मना रहे हैं। नक्सलियों के शहीद सप्ताह मनाने के कारण खूंटी पुलिस और सीआरपीएफ के जवान संवेदनशील इलाकों में अभियान पर लगाये गए हैं। इसी क्रम में हथियार के साथ सीआरपीएफ 194 बटालियन अड़की बिरबांकी के जंगलों में पैदल गश्ती अभियान में निकले थे। लगातार बारिश के कारण नारदा नदी का डायवर्सन बह गया और 15-20 जवानों का समूह बह चुके डायवर्सन के बीच रस्सी के सहारे नदी क्रोस कर रहे थे। इसी क्रम में एक जवान नदी की तेज धार में आज बह गया। लेकिन जवानों की मुस्तैदी से पानी की धार में बहते जवान को कड़ी मशक्कत कर बचा लिया गया।
एक तरफ जवान अपने अभियान में ड्यूटी पर तैनात थे दूसरी तरफ बहते जवान को हथियार के साथ बचाना बहुत मुश्किल भरा कार्य था। साथ ही जंगल इलाका होने के कारण नक्सलियों की अचानक धमक से स्थिति बिगड़ सकती थी लेकिन जवानों ने पूरी मुस्तैदी के साथ एकजुट होकर बहते जवान को भी बचा लिया और सभी जवान हथियार के साथ सुरक्षित गंतव्य की ओर चल पड़े।
बता दें कि पिछली बार यास तूफान के वक्त भी अड़की बिरबांकी सड़क मार्ग स्थित नारदा नदी का निर्माणाधीन पुल के बगल बना डायवर्सन बह गया था और एक ग्रामीण मरीज की मौत अड़की अस्पताल नहीं पहुँच पाने के कारण हो गयी थी। इस खबर को हमारे चैनल ने प्रमुखता से चलाया था। बाजार हाट, अस्पताल जाने के लिए लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इस बार फिर लगातार बारिश ने दुबारा डायवर्सन को बहा दिया ऐसे में आम अवाम के साथ साथ नक्सलियों के विरुद्ध अभियान चलाने में जवानों को भी अपनी जान पर खेलकर ड्यूटी पूरी करनी होती है।
स्थानीय निवासी संजय मुण्डा ने नारदा नदी पर पुल बनाने वाली कंपनी की लेट लतीफी को दुर्घटना के लिए जिम्मेवार बताया है। आये दिन लगातार पुल निर्माण में हो रही देरी सबके लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है।