शिकायत के बाद नहीं होती है सुनवाई, मयूरहंड के जर्जर सड़कों की दशा
निरेश कुमार सिंह
मयूरहंड(चतरा)। सरकार गांवो की तस्वीर बदलने को भले हीं कई योजनाएं संचालित कर रही है। साथ ही ग्राम पंचायतों को गांव के विकास के लिए बजट के साथ ही सुविधायें बढ़ाने पर जोर देती रही है। इसके बाबजूद मयूरहंड प्रखंड के गांवों की ओर जाने वाली सड़कें अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है। सड़क पर उखड़ी गिट्टियां व जानलेवा बने गड्ढे आने जाने वाले ग्रामीणों राहगीरों को दर्द से कराहने को मजबूर कर रही हैं। आलम यह है कि गड्ढे में तब्दील हो चुकी सड़कों पर चलना इस बरसात के दिनों में जान पर जोखिम भरा है। जरा सी नजर भटकी तो दुर्घटना निश्चित है। सड़कों की जर्जर हालत, उखड़ी गिट्टियां तथा बड़े-बड़े गड्ढों में आखिर कब तक ग्रामीण हिचकोले खाते रहेंगे। यह एक अक्षम प्रशन बना है मयूरहंड प्रखंड के लिए। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रखंड मुख्यालय को जोड़ने वाली आरइयो सड़क, सिन्दुवारी से बराकर तक जगह-जगह गड्ढों में तब्दील हो गई है, जिससे सड़क पर पैदल चलना भी कठिन हो गया है। वहीं सिन्दुवारी से बराकर के आरइओ रोड को जोड़ा गया है। जिसका निर्माण कार्य दुबे कंस्ट्रक्शन द्वारा वर्ष 2017-18 में किया गया गया था। सड़क के देख रेख की जिम्मेवारी पांच साल तक संवेदक को थी, लेकिन इस पर ध्यान नही दिया गया और सड़क गड्ढ़े में तब्दील हो गई है।