रांची: झारखंड अभिभावक संघ के अध्यक्ष अजय राय ने आज अभिभावकों की हो रही परेशानियों से राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो से मुलाकात कर अवगत कराया साथ ही इससे संबंधित एक ज्ञापन सौंपा।
इस सम्बंध में मंत्री के आवासीय कार्यालय में हुई चर्चा के क्रम में बताया की लगभग 16 महीने से सरकारी, गैर सरकारी स्कूल बंद है, स्कूलों द्वारा ऑनलाइन क्लास से बच्चों के स्वास्थ्य पर तो गहरा असर पड़ रहा ही है वही ऑनलाइन जरूरतों को पूरा करने को लेकर हर अभिभावक परेशान है, लाचार हैं, वही स्कूल की ओर से हर तरह की फिस ली जा रही है, जो गार्जियन फिस दे नही पा रहे है उनके बच्चों को ऑनलाइन क्लास से रिमूव कर दिया जा रहा है साथ ही रिजल्ट भी रोके जा रहे है । इन परिस्थितियों में जहा बच्चों को शिक्षा के मौलिक अधिकार से वंचित किया जा रहा हो वहां सरकार का हस्तक्षेप जरूरी हो जाता है । ज्ञापन में मांग की गई है ……….
(1) पिछले साल निकाले गए विभागीय पत्रांक 1006 दिनांक 25/06/2020 का शत-प्रतिशत अनुपालन सत्र 2021-22 में भी सुनिश्चित हो ।
(2) शुल्क के अभाव में छात्रों को ऑनलाइन क्लास से वंचित ना करे ।
(3) सम्बद्धता प्राप्त निजी विद्यालयों की मनमर्जी पर नकेल कसे, विद्यालय स्तरीय पारदर्शी शिक्षण शुल्क समिति का गठन सुनिश्चित हो।
(4) झारखंड शिक्षा न्यायाधिकरण संशोधन अधिनियम 2017 को राज्य के सभी जिले में पूर्णतया पारदर्शी तरीके से लागू किया जाय । साथ ही
शिक्षण के अनुपात में ही शिक्षण शुल्क का निर्धारण करने, एक्ट के तहत पेरेंट्स टीचर एसोसिएशन का गठन हर स्कूल में हो ।
(5) निजी विद्यालयों की पिछले 5 साल का ऑडिट रिपोर्ट की समीक्षा राज्य सरकार करें ताकि जिस स्कूल के आर्थिक स्थिति सही है वहां विभिन्न मदों में लिए जाने वाले शुल्क पर रोक लगे और जिन स्कूलों के आर्थिक हालात खराब है उन्हें आपदा राहत कोश से आर्थिक पैकेज दे सरकार ।
(6) स्कूलों में चलने वाली बसों के टैक्स ,इंश्योरेंस माफ करने को लेकर कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव पारित करे राज्य सरकार।
(7) स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक , शिक्षकेतर कर्मचारियों का वेतन पूर्व की तरह सुनिश्चित हो।
ज्ञापन लेने के उपरांत जगरनाथ महतो ने आस्वासन देते हुए कहा कि इस संबंध में जल्द ही विभागीय स्तर पर कार्रवाई की जाएगी ।