बोकारो से जय सिन्हा
बोकारो: शहर के सेक्टर चार स्तिथ नेक्सा शोरूम के समक्ष का नज़ारा कुछ भिड़ंत वाला नज़र आया, कारण था कि बोकारो इस्पात का नगर सेवा विभाग के अधिकारी जेसीबी लेकर भारी सुरक्षाबल के साथ उक्त प्लाट संख्या आर 2 को अतिक्रमण मुक्त कराने पहुँचे तो नेक्सा शोरूम के कर्मचारी शोरूम के समक्ष बैठकर इस कार्यवाई का विरोध करने लगे और बोकारो इस्पात के इस कार्रवाई के विरोध में नारेबाजी भी की।
दरअसल यह पूरा मामला अवैध निर्माण से जुड़ा है। बोकारो इस्पात प्रबन्धन के नगर सेवा विभाग इस भूमि को सिर्फ पार्किंग के लिये अस्थायी रूप से मारुति शोरूम को आवंटित किया था, जिस पर किसी भी तरह का निर्माण करने की मनाही थी। लेकिन वक्त गुजरने के साथ ही अगले कुछ वर्षों में ही इस अस्थायी आवंटित प्लाट संख्या आर 2 पर अवैध तरीके से भव्य शोरूम का निर्माण कर लिया गया। इसके निर्माण में दो वर्ष से भी ज्यादा का वक्त लगा लेकिन तत्कालीन नगर सेवा विभाग के अधिकारियों की इस निर्माणाधीन बिल्डिंग पर नज़र नही पड़ी ऐसा नेक्सा शोरूम के मैनेजर का कहना है।
ये मामला पहलीबार तब सामने आया जब नगर सेवा भवन में पदस्थापि अधिकांश अधिकारी या तो सेवानिवृत्त हो गए या फिर अन्य जगह पदस्थापित कर दिए गए। तो नए आये अधिकारियों ने फाइल खंगाला और नेक्सा शोरूम के निर्माण को अवैध घोषित करते हुए शोरूम के मालिक को इसे अबिलम्ब खाली करने का नोटिस थमा दिया। नोटिस की अनदेखी होते देख नगर सेवा भवन के अधिकारियों ने भू सम्पदा नय्यालय मामला दर्ज करा दिया। जहाँ से बोकारो इस्पात प्रबन्धन के पक्ष में फैसला आया। फिर नेक्सा शोरूम प्रबन्धन ने जिला न्यायालय का दरवाजा खटखटाया लेकिन वहाँ से भी उन्हें कोई राहत नही मिली लिहाज़ा नगरसेव विभाग ने स्थानीय अखवार ने नोटिस निकाल आज बेदखली के लिए पहुँची तो दोनों आमने सामने हो गए।
नेक्सा शोरूम के प्रबंधक दिलीप महतो ने बताया कि यह मामला अब उच्च न्यायालय में लंबित है वैसे में नगर सेवा विभाग के अधिकारियों को न्यायालय के फैसले तक इंतजार करना चाहिए। इधर तनाव के मद्देनजर नगरसेवा विभाग के अधिकारियों और शोरूम के बीच हुई वार्ता के बाद निर्माण हटाने को लेकर पाँच दिनों की मुहलत दे दी गई तब जाकर मामला शांत हुआ।
लेकिन यह पूरा मामला यह बताने को काफी है कि मिली भगत के कारण आज करोड़ो की समाप्ति जहाँ दाव पर लग गई वही इसके बन्द हो जाने से कई घरों का चूल्हा भी जलना मुश्किल हो जायेगा।