अशोक कुमार
सिमरिया(चतरा)। कुदरता का सिमरिया थाना क्षेत्र के इचाक खुर्द गांव में वज्रपात के रुप में ऐसा कहर बरपा की एक साथ तीन बच्चों के सर से माता-पिता का साया ही उठ गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार शाम खेत में काम करने के क्रम में अचानक हुवे वज्रपात के चपेट में आने के बाद इचाक खुर्द गांव निवासी छोटेलाल भुईयां 25 वर्ष की मौत हो गई, जबकी पत्नी बबिता देवी 22 वर्ष गंभीर रुप से घायल हो गई थी। जिसे ग्रामीणों द्वारा सिमरिया रेफरल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद चतरा सदर अस्पताल भेज दिया गया, लेकिन चतरा से भी महिला के गंभीर स्थिति को देखते हुए हजारीबाग रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान सोमवार के अहले सुबह मौत हो गई और दंपति के 3 बच्चे अनाथ व बेसहारा हो गए। बच्चों में एक छोटेलाल भुईयां की उम्र 5 वर्ष, प्रियंका कुमारी की 3 वर्ष व तीसरी सबसे छोटी सपना कुमारी की उम्र महज 1 वर्ष है। ग्रामीणों के अनुसार तीनो अनाथ बच्चों के दादा-दादी का देहांत भी 1 वर्ष पूर्व हो चुका है। ऐसे में तीनो बच्चों के लालन-पालन की भी समस्या उत्पन हो गई है। ग्रामीण मोतीलाल दांगी, ओमप्रकाश सिंह उर्फ गब्बर सिंह व बैजनाथ राम आदि ने बताया कि मृतक मजदूरी कर अपने परिवार का भ्रण पोषण करता था। इसके घर की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब है। अगर बच्चों को संरक्षण नहीं मिला तो बच्चों के बचपन के साथ-साथ इनके भविष्य पर भी असर पड़ेगा। ऐसे में अब बड़ा प्रश्न है कि बच्चों के देख-रेख व संरक्षण के लिए कौन आएगा आगे।