चैनपुर : चैनपुर प्रखंड के मालम पंचायत की महिला मुखिया सेवेना बीवी ने अपने ही पंचायत के पंचायत सेवक व रोजगार सेवक पर एक अल्पसंख्यक मुस्लिम महिला को बराबर प्रताड़ित करने एवं विरोध करने पर एसटी-एससी का झूठा केस में फंसा कर जेल भेजने एवं जान से मरवा देने की धमकी से परेशान होकर एवं विकास के कार्य में भ्रष्टाचार से लिप्त होने के कारण झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन व ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को आवेदन सौंपकर जांच करने की मांग की है। आवेदन में मुखिया सेवेना बीबी ने कहा है कि हमारे पंचायत के पंचायत सचिव उपेंद्र उराँव और रोजगार सेवक रविंद्र बढ़ाईक दोनों मिलकर एक अल्पसंख्यक मुस्लिम महिला मुखिया को हमेशा प्रताड़ित करते हैं। जब मैं इसका विरोध करती हूं तो पंचायत सचिव और रोजगार सेवक दोनों मिलकर हमें गाली गलौज एवं एसटी-एससी केस में फंसा कर जेल भेजने एवं जान से मरवा देने की धमकी देते हैं। हमारे पंचायत के पंचायत सचिव और रोजगार सेवक दोनों मालम पंचायत में बहुत सारे बिचौलिया रखकर मनरेगा कार्य में बिजोलिया के साथ मिलकर ठेकेदारी का कार्य रोजगार सेवक के द्वारा लगभग 12 वर्षों से व पंचायत सचिव के द्वारा 4 वर्षों से लगातार किया जा रहा है। रोजगार सेवक ग्राम पंचायत मालम में लगभग 15 वर्षों से और पंचायत सचिव 4 वर्षों से एक ही पंचायत में पदस्थापित हैं। हमारे पंचायत के रोजगार सेवके एवं पंचायत सचिव दोनों की मिलीभगत से पंचायत में बिचौलिया के साथ मिलकर मनरेगा कार्यो में लाखों करोड़ों रुपयों का भारी गड़बड़ी कर रहे हैं और पूरे पंचायत को बर्बाद कर रहे हैं। मैं लगातार इनका विरोध करती आ रही हो जिस कारण से मुझे हमेशा गाली गलौज व एसटी-एसी केस में फंसाने की धमकी देते रहते हैं। 5 अक्टूबर को हमारे मालम पंचायत के पंचायत सचिव के द्वरा मनरेगा का कार्यशाला का आयोजन रोजगार सेवक एवं पंचायत सेवक के द्वारा मुखिया को बगैर सूचना दिए रखा गया था। इस बैठक में मुझे पंचायत सचिव के द्वारा फोन कर मीटिंग में लगभग 11:00 बजे दिन में बुलाया गया था। जब भी पंचायत सचिवालय में मीटिंग रखा जाता है पंचायत सचिव बराबर दारु पी कर शराब के नशे में धुत होकर आता है। और रोजगार सेवक के साथ मिलकर हमें बराबर प्रताड़ित किया जाता है। 5अक्टूबर मंगलवार को मैं जब पंचायत सचिवालय मीटिंग में गई थी उस समय लगभग 12:30 बजे मुझे पंचायत सचिव एवं रोजगार सेवक के द्वारा गाली-गलौज धक्का-मुक्की एवं मारपीट भी किया गया। जब मैं इसका विरोध की तो पंचायत सचिव और रोजगार सेवक दोनों मिलकर हमें जान से मरवाने एवं एसटी-ऐसी केस लगाकर जेल भेजने की धमकी दिए। मैं जब भी मीटिंग में जाती हूं तब रोजगार सेवक एवं पंचायत सचिव यह कह कर ताना भी मारते हैं कि देखो जोलहीन मुखिया मीटिंग में आई है इन लोगो की प्रताड़ना से मैं दुखी हूं मैं एक अल्पसंख्यक मुस्लिम महिला हूं मुस्लिम महिला मुखिया होने के नाते दोनों लगातार हमें मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं। पंचायत सचिव और रोजगार सेवक दोनों आम ग्रामीणों से मनरेगा का कार्य देने के नाम पर भारी-भरकम रुपए वसूलते हैं। महिला मुखिया ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम से मदद की गुहार लगाई है। गंतव्य हो की पिछले दिनों मुखिया द्वारा रोजगार सेवक को भरी सभा में चप्पल से मारने का मामला प्रकाश में आया था जिसके बाद से ही दोनों पक्षों के द्वारा आरोप-प्रत्यारोप का काम चल रहा है। साथ ही इस मामले के बाद से मालम पंचायत व पूरे चैनपुर प्रखंड में इस मामले को लेकर जगह-जगह चर्चाएं हो रही है।