बोकारो से जय सिन्हा
बोकारो: कोरोना संक्रमण के दौरान राज्य सरकार ने मॉल पार्क सहित मंदिरों को पूरी तरह से बंद करने का निर्णय लिया था,लेकिन राज्य सरकार ने कुछ रियायतों के साथ पार्क शॉपिंग मॉल को तो खोलने का आदेश जारी कर दिया, लेकिन भगवान के मंदिरों में लगे ताले को खोलने का निर्देश अभी तक नहीं दिया है।लिहाजा इस बार भी भगवान जगन्नाथ जी अपने मौसीबाड़ी नहीं जा पाएंगे।बतादें की 12 जुलाई को भब्य जुलूस के साथ भगवान अपने मौसी बाड़ी जाते थे जो 9 दिनों तक अपने मौसी बाड़ी प्रवास में रहते थे। ऐसे में अब पुजारियों ने सरकार के निर्णय पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है कि आखिर सरकार को भगवान से क्या दिक्कत है।
मंदिर के पुजारियों का कहना है कि जब दुकान मॉल पार्क सभी खुल गए तो मंदिरों के ताले को खुलवाने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। क्योंकि पुजारियों का परिवार मंदिरों से ही चलता है। वर्तमान समय में श्रद्धालुओं को भी पूजा पाठ करने में काफी परेशानी हो रही है। जिस कारण पुजारियों के पेट पालने में भी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है ।पुजारियों का कहना है कि हम राज्य सरकार से यह मांग करते हैं कि मंदिरों में लगे ताले को जल्द खोलने का आदेश निर्गत करें, ताकि भक्तों के साथ गरीब पुजारियों का भी पेट चल सके। पुजारी सरकार के द्वारा दिए गए निर्णय पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है, एक पुजारी का तो यह भी कहना है कि आखिर सरकार को भगवान से क्या दिक्कत हो रही है। क्योंकि सभी मॉल और पार्क खुल गए हैं ।सरकार अगर चाहे मंदिरों को भी खोलने का आदेश दें ।वही मंदिर कमेटी के भी लोग अब राज्य सरकार से मंदिरों को जल्द खोलने की मांग कर रहे हैं। दुहाई भले पुजारियों की दी जा रही हो, लेकिन सरकार को भक्तों और भगवान के बीच ताले को लगाकर नहीं रखना चाहिए।