आकांक्षी जिला अंतर्गत नीति आयोग के सूचक तथा ऐनेमिया मुक्त भारत अभियान के लक्ष्य प्राप्ति से संबंधित समीक्षा बैठक संपन्न
गुमला से बसंत कुमार गुप्ता की रिपोर्ट
गुमला: उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में आकांक्षी जिला अंतर्गत नीति आयोग के सूचक तथा ऐनेमिया मुक्त भारत अभियान के लक्ष्य प्राप्ति से संबंधित स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, पशुपालन तथा कौशल विकास के प्रगति की समीक्षा हेतु बैठक का आयोजन आईटीडीए भवन के सभागार में किया गया।
बैठक में उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई। इस दौरान प्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्ता (एएनएम) द्वारा घरों में होने वाले प्रसव में भागीदारी विषय में बताया गया कि उक्त सूचक में गुमला जिलांतर्गत जुलाई माह में 44.94 प्रतिशत प्रशिक्षित एएनएम के द्वारा सुदूरवर्ती एवं ग्रामीण क्षेत्रों में घर पर ही प्रसव कराया जा रहा है। उपायुक्त ने इस संबंध में प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया। वहीं जन्म के वक्त 200 ग्राम से कम वजन के नवजात शिशुओं की समीक्षा के क्रम में गुमला जिला में कम वजन वाले बच्चा पैदा होने का प्रतिशत 13.75 प्रतिशत पाया गया। इसपर उपायुक्त ने चिंता जताते हुए इस ओर विशेष ध्यान देते हुए इस पर कार्य करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने इसकी प्रतिशत को कम करने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को बेहतर प्रशिक्षण देने का निर्देश दिया। इसके निराकरण के लिए उन्होंने व्यापक प्रचार-प्रसार, शिक्षा, खानपान की जानकारी आदि के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को कैसे अधिक से अधिक पोषक तत्व मिले उसे विस्तार से बताने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गुमला जिला में प्रचुर मात्रा में साग-सब्जी का खेती होता है। लोगों को इसके प्रति अधिक से अधिक जागरूक करने की आवश्यकता है। उन्होंने सिविल सर्जन को एएनएम तथा सहिया के माध्यम से गर्भवति महिलाओं में पोषण युक्त भोजन लेने के प्रति जागरूकता फैलाने पर बल दिया।
उपायुक्त ने शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की। गुमला जिलांतर्गत बालिका विद्यालयों में क्रियाशील शौचालयों की स्थिति की समीक्षा के दौरान जिले के तीन बालिका विद्यालयों को छोड़कर 99 प्रतिशत बालिका विद्यालयों में शौचालय क्रियाशील है। इसपर उपायुक्त ने प्राथमिकता के आधार पर उक्त विद्यालयों में शौचालय की सुविधा बहाल करने का निर्देश दिया। वहीं कक्षा 03, 05 एवं 08 के लिए राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण परीक्षा की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि उक्त परीक्षा का संचालन अभी तक नहीं किया गया है। जिसपर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने भारत सरकार द्वारा यह परीक्षा नवंबर माह में प्रस्तावित होने की जानकारी दी।
कृषि विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई सूक्ष्म सिंचाई वाले क्षेत्रों के संबध में प्रतिवेदन अप्राप्त पाई गई। इसपर उपायुक्त ने संबंधित प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश कृषि विभाग को दिया। इसके साथ ही प्रमाणित गुणवत्तायुक्त बीजों के वितरण की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि कृषि विभाग द्वारा 1085 क्विंटल प्रमाणित गुणवत्तायुक्त बीजों का वितरण हो चुका है।
बैठक में उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा, सिविल सर्जन डॉ. राजू कच्छप, जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला शिक्षा अधीक्षक सुरेंद्र पाण्डेय, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा, जिला योजना पदाधिकारी विभूति नारायण सिंह, जिला मत्स्य पदाधिकारी दीपक कुमार सिंह, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ.मोहम्मद कलाम, जिला नियोजन पदाधिकारी सह जिला कौशल विरृकास पदाधिकारी अश्विनि कुमार, कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई प्रमंडल/ पथ निर्माण विभाग सहित अन्य उपस्थित थे।