एसआईटी की जांच में हुआ खुलासा, उड़ीसा राज्य के नंबर पर संपर्क करने को कहा
जितेंद्र कुमार
रामगढ़। 6 महीने में टीपीसी की टीम ने क्लासिक इनजीकॉम को दो बार निशाना बनाया। दोनों ही बार नक्सली संगठन के सिल्ली की टीम ने वारदातों को अंजाम दिया है। इस बात का खुलासा एसआईटी ने जांच के दौरान किया है। रामगढ़ एएसपी अभियान गुलशन तिर्की ने बताया कि स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बुधवार की सुबह 8 बजे से ही इस अपहरण कांड की जांच में जुटी है। पुलिस का मुख्य उद्देश्य यह है कि जल्द से जल्द क्लासिक इनजीकॉम के नाइट गार्ड राजू महतो को नक्सलियों के चंगुल से रिहा कराया जाए। जिस तरीके से नक्सलियों ने लेटर पैड का इस्तेमाल किया है, उसे यह प्रतीत हो रहा है कि लेवी के लिए यह कार्य किया गया है। नक्सलियों ने लेटर पैड पर जो मोबाइल नंबर दिया है, वह नंबर उड़ीसा राज्य के लिए जारी किया गया है। उस नंबर का पूरा डिटेल निकाला जा रहा है। लेटर पैड पर किसी भी व्यक्ति का नाम नहीं है। वह फर्जी और गलत नाम पुलिस को भटकाने के लिए लिखा गया है। एसआईटी की जांच में यह बात भी सामने आई है की नक्सलियों ने अपनी गाड़ी घटनास्थल से लगभग चार-पांच किलोमीटर दूर खड़ी की थी। इसके बाद लगभग 8-10 की संख्या में वे लोग क्लासिक इनजीकॉम के बेस कैंप पर पहुंचे और वहां से दो लोगों को उठाया। लेकिन नक्सलियों ने रामप्रवेश नामक व्यक्ति को कुछ ही घंटों में रिहा कर दिया। जबकि राजू महतो को अपने साथ ले गए। पुलिस को घटनास्थल से लगभग 5 किलोमीटर दूर गाड़ियों के निशान मिले हैं। जांच में यह भी सामने आया है की उन लोगों ने घटनास्थल से निकलने के लिए गोला, बरलंगा और सिल्ली का रास्ता चुना था। इसके बाद शायद वे लोग बंगाल की सीमा में प्रवेश कर गए हैं। एसआईटी में एसडीपीओ राधप्रेम किशोर, रजरप्पा थाना प्रभारी विनोद कुमार मुर्मू, गोला थाना प्रभारी धनंजय प्रसाद सहित अन्य अधिकारी शामिल हैं।