अकबर अली की रिपोर्ट
ललमटिया: आदिवासी इंटर कॉलेज ललमटिया को ईसीएल द्वारा कोयला खनन कार्य को लेकर वर्ष 2018 में ध्वस्त कर दिया गया था। ईसीएल राजमहल खनि समूह महाप्रबंधक प्रभारी के कार्यालय द्वारा आदेश जारी दिनांक 01-09-2018 पत्रांक 304 में आदेश दिया गया था कि आदिवासी इंटर कॉलेज महाविद्यालय ललमटिया को आई टी आई ललमटिया भवन में स्थानांतरित किया जाय। साथ ही यह भी निर्देश दिया गया कि आदिवासी इंटर महाविद्यालय ललमटिया के लिए लोहंडिया पुनर्वास स्थल में दो साल के अंदर नवीन भवन बनाकर उपलब्ध करा दी जायेगी। तब तक के लिये उपायुक्त महोदया किरण कुमारी पासी के आदेशानुसार ईसीएल द्वारा ललमटिया में निर्मित आई टी आई भवन में स्थानांतरित करने का आदेश मिला था।कॉलेज प्रभारी को जैक द्वारा आदेश किया गया सत्र 2020 21 नामांकन स्थगित कर दिया गया इसलिए अभी तक कॉलेज का पठन पाठन स्थगित है, छात्र छात्राओं को काफी समस्याएँ हो रही है। कॉलेज के अध्यक्ष बोरियो विधानसभा विधायक लोबिन हेम्ब्रम एवं सचिव जिला परिषद रामजी साह के द्वारा अभी तक कुछ पहल नहीं किया गया ईसीएल राजमहल द्वारा आई टी आई कॉलेज ललमटिया में इंटर कॉलेज चलाने के लिए भवन दिया गया था। भवन के कागजी प्रक्रिया के चलते अब तक यहाँ की पढाई शुरू नहीं हो पाई है। इतना ही नहीं कॉलेज प्रशासन द्वारा आदिवासी इंटर कॉलेज को चलाने के लिए आई टी आई इंटर कॉलेज ललमटिया को लीज पर भी माँगा जा रहा था, लेकिन ईसीएल प्रशासन द्वारा कोई पहल नहीं किया गया। कॉलेज बंद होने के कारण कर्मचारी को आर्थिक समस्या उत्पन्न हो गयी है, यहाँ के गरीब बच्चे पढाई से वांछित हो गए है। कॉलेज शिक्षक सुमन कुमार द्वारा बताया जा रहा है कि कॉलेज का सारा सामग्री आई टी आई कॉलेज में रखा गया है। लेकिन कागजी प्रक्रिया के चलते अब तक का पठन पाठन शुरू नहीं हो पाया है। इस समस्या को लेकर ईसीएल प्रशासन को कई बार पत्र भी भेजा गया। लेकिन अब तक कुछ पहल नहीं किया गया। प्रधान शिक्षक ने बताया कि ईसीएल के दोहरे नीति के कारण अब तक कॉलेज का कार्य सुरु नहीं हो पाया है। कॉलेज के सभी कर्मचारी भुखमरी के कगार पर है। लेकिन इस समस्या को लेकर जिला प्रशासन एवं सर्कार को जरा भी चिंता नहीं है। अनुमंडल पदाधिकारी महागामा द्वारा 23-06-2021 पत्रांक 705 क्षेत्रीय प्रबंधक राजमहल खनि समूह को आदेश जारी किया गया कि आई टी आई कॉलेज ललमटिया तत्काल पेपर मुहैया कराकर इंटर कॉलेज ललमटिया को दिया जाय। एवं नया भवन बनाने की प्रक्रिया शुरू किया जाय।