पलामू से सुधीर गुप्ता की रिपोर्ट
मेदिनीनगर: सदर थाना क्षेत्र के दुबियाखांड जंगल से गत 19 मई को मिली लाश मामले का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया है. मृत युवक की पहचान जिले के पाटन थाना क्षेत्र के बरवाडीह निवासी राजमिस्त्री जितेंद्र सिंह के रूप में हुई है. राजमिस्त्री की हत्या उसके साथ काम करने वाली महिला मजदूर के साथ उसके द्वारा जबरदस्ती शारीरिक संबंध स्थापित करने के प्रयास में हुई थी. पुलिस ने इस सिलसिले में महिला मजदूर के पति और उसके भतीजे को गिरफ्तार किया है।जानकारी के अनुसार जितेंद्र सिंह 19 मई से पहले दुबियाखांड इलाके में राजमिस्त्री का काम कर रहा था. उसके साथ जोरकट की तारा देवी नामक एक महिला मजदूर भी काम कर रही थी. जितेंद्र सिंह महिला मजदूर के साथ अवैध संबंध बनाना चाहता था. इसके लिए वह लगातार प्रयास में रहता था. छेड़छाड़ करने पर महिला द्वारा इस सिलसिले में अपने पति को जानकारी दी गयी थी.सदर थाना प्रभारी कमलेश कुमार ने बताया कि 19 मई को शव मिलने के बाद इस सिलसिले में छानबीन शुरू की गयी. 2 दिनों के बाद शव की पहचान पाटन थाना क्षेत्र के बरवाडीह निवासी जितेंद्र सिंह के रूप में हुई. अनुसंधान के दौरान सामने आया कि जितेंद्र सिंह दुबियाखाड इलाके में कुछ दिनों से राजमिस्त्री का काम कर रहा था. थाना प्रभारी ने बताया कि जितेंद्र सिंह के साथ रविंद्र सिंह की पत्नी तारा देवी भी बतौर महिला मजदूर के रूप में काम कर रही थी. इसी दौरान राजमिस्त्री जितेंद्र ने तारा के साथ जबरन अवैध संबंध स्थापित करने की कोशिश की. महिला मजदूर ने राजमिस्त्री की गलत हरकत को भाप कर इस संबंध में अपने पति को जानकारी दी. इसके बाद महिला के पति और उसके भतीजा मुकेश सिंह ने मिलकर राजमिस्त्री जितेंद्र की हत्या की प्लानिंग की. मजदूर बनकर रविंदर सिंह ने जितेंद्र से जान पहचान बढ़ाया. इसके बाद काम मांगने के बहाने राजमिस्त्री जितेंद्र सिंह को दुबियाखांड इलाके में बुलाया. यहां मौका पाते ही रविंद्र सिंह और उसके भतीजा मुकेश सिंह ने मिलकर टांगी से उसके गर्दन पर वार कर हत्या कर दी. बाद में शव को जंगल में छोड़ कर फरार हो गए।