रांची: एमपीडब्ल्यू स्वास्थ्य कर्मीयो पर किये गए प्राथमिकी, सिविल सर्जन खूंटी को बिना सूचना दिए और डीडीएम के द्वारा धोखा में रखकर जिला के एमपीडब्ल्यू स्वास्थ्य कर्मियों पर प्राथमिकी के खिलाफ और जिला प्रशासन के द्वारा शोषण के खिलाफ खूंटी एमपीडब्ल्यू कर्मचारी संघ ने 3 जून तक मांगे पूरी नही होने पर और प्राथमिकी वापस नही किये जाने पर 4 जून 2021 से पूर्ण रूपेण कार्य बहिष्कार करने का फैसला खूंटी एमपीडब्ल्यू कर्मचारियों के द्वारा लिया गया है इसकी जानकारी लिखित रूप से जिला के वरिये पदाधिकारियों, राज्य के वरिय पदाधिकारियों और माननिये मुख्यमंत्री तक को इसकी सूचना दिया जा चुका है जिला के सभी एमपीडब्ल्यू आज इस कोरोना काल में बिना किसी व्यवस्था के अपनी जान की बाजी लगाकर कार्य कर रहे है जिस कारण उनका पूरा परिवार भी संक्रमित हो रहा है फिर भी बिना किसी प्रकार का जांच किये , बिना स्पास्टिकारण पूछे सीधे प्राथमिकी कर देना कही से भी उचित नही है और निंदनीय है इस कारण खूंटी के तमाम एमपीडब्ल्यू कर्मचारीयो में काफी रोष है । जिला अध्यक्ष जैतून पूर्ति ने बतलाया कि पूर्व की धरना को लेकर डीडीएम के द्वारा यह कारवाई बदले की भावना से करवाया गया है इसकी जानकारी जिला सिविल सर्जन को भी नही है जो कि एक सोचनीय विसय है । जिला प्रशासन के इस हिटलरशाही रवैये के कारण जिले के सभी कर्मी को हड़ताल पर जाना पड़ रहा है । एमपीडब्ल्यू के हड़ताल मे जाने के कारण कोबिड 19 के सैंपल कलेक्शन से लेकर टेस्टिंग तक और nvbdcp का छिड़काव कार्य जिले में पूर्ण रूपेण बाधित हो जाएगा जिसकी पूर्ण रूपेण जिम्मेवारी सिविल सर्जन खूंटी और जिला प्रशासन होगा ।