आगामी 20 से 27 मार्च तक सभी पंचायतों में तीन चरणों में 06 दिवसीय टीकाकरण अभियान का होगा आयोजन
बसंत कुमार गुप्ता
गुमला: स्वास्थ्य सचिव के.के. सोन ने वेबिनार के माध्यम से कोविड-19 टीकाकरण संबंधी विषयों पर विस्तृत समीक्षा हेतु वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर आवश्यक दिशा-निर्दश दिए।
वीसी में स्वास्थ्य सचिव ने कोविड-19 टीकाकरण की प्रक्रिया पर प्रकाश डालते हुए बताया कि प्रथम चरण में सभी सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं के सभी स्वास्थ्य कर्मियों (हेल्थकेयर वर्कर्स) का टीकाकरण किया गया। उसी प्रकार द्वितीय चरण में सभी सरकारी विभागों यथा पुलिस विभाग, जिला पंचायती राज विभाग सहित अन्य सरकारी विभागों के पदाधिकारी एवं कर्मियों का टीकाकरण किया गया। अब तीसरे चरण में 454 से 59 आयुवर्ग वाले वैसे समूह जो किसी प्रकार की स्वास्थ्य सह रूग्णता (हेल्थ को-मॉर्बिडिटी) से प्रभावित हैं का कोविड-19 टीकाकरण किया जाना है। वहीं चीकाकरण के चौथे चरण में 60 वर्ष से ऊपर आयुवर्ग के सभी व्यक्तियों का टीकाकरण सुनिश्चित करना है।
उन्होंने आगे बताया कि टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए जिलों में अवस्थित सरकारी अथवा गैर सरकारी टीकाकरण केंद्रों का प्रयोग किया जा सकता है। सरकारी टीकाकरण केंद्र अंतर्गत सदर अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र एवं हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर तथा गैर सरकारी टीकाकरण केंद्र अंतर्गत सभी आयुष्मान भारत इम्पैनल्ड अस्पताल व अन्य गैर सरकारी स्वास्थ्य संस्थान जहाँ पर्याप्त स्थल की व्यवस्था हो में टीकाकरण का कार्य किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर लाभुकों का टीकाकरण निःशुल्क किया जाएगा। गैर सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर लाभुकों को टीकाकरण शुल्क के रूप में 250 रू देने होंगे।
वीसी के क्रम में स्वास्थ्य सचिव ने टीकाकरण हेतु लाभुकों को कोविन टूल के माध्यम से ऑनलाइन अथवा ऑनसाईट पंजीकरण के माध्यम से टीकाकरण हेतु पंजीकृत करने का निर्दश दिया। इस संबंध में उन्होंने विस्तृत जानकारी साझा करते हुए बताया कि ऑनलाइन माध्यम से लाभुक अपना पंजीकरण कोविन वेबसाईट अथवा आरोग्य सेतु ऐप के द्वारा कर सकता हैं। जहाँ लाभुक अपनी जानकारी उपलब्ध कराने के पश्चात् अपने नजदीकी टीकाकरण केंद्रों की जानकारी प्राप्त करते हुए निर्धारित तिथि एवं समय पर अपना पंजीकरण सुनिश्चित कर सकते हैं। इसके अलावा लाभुक ऑफसाईट पंजीकरण के माध्यम से अपने नजदीकी अवस्थित टीकाकरण केंद्र पर अपना आधार कार्ड की छायाप्रति के साथ उपस्थित होकर अपना पंजीकरण सुनिश्चित कर सकते हैं। उन्होंने टीकाकरण में समय की बचत हेतु ऑनलाइन पंजीकरण के माध्यम को बढ़ावा देने पर विशेष जोर दिया।
वीसी के दौरान स्वास्थ्य सचिव ने वैसे सभी फ्रंटलाईन वर्कर्स जिनका कोविड-19 टीकाकरण हेतु पंजीकरण अबतक नहीं हो पाया है, वे ऑनलाइन तथा ऑफलाइन माध्यम से अपना पंजीकरण सुनिश्चित करते हुए वैक्सीन लेने का निर्देश दिया। वहीं उन्होंने जिन स्वास्थ्य कर्मियों एवं जिला समाज कल्याण विभाग के कर्मियों सहित अन्य कर्मियों ने अबतक कोविड-19 का पहला डोज नहीं लिया है, वैसे छूटे हुए कर्मियों की संख्या सत्यापित करते हुए उन्हें कोविड-19 का पहला डोज दिलाने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने वैसे स्वास्थ्य कर्मी जिन्होंने कोविड-19 का द्वितीय डोज नहीं लिया है, वैसे छूचे हुए कर्मियों को चिन्हित करते हुए उनका दूसरा डोज ससमय सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया।
स्वास्थ्य सचिव ने सभी टीकाकरण केंद्रों (सरकारी एवं गैर सरकारी केंद्रों पर) में मूलभूत व्यवस्था सुदृढ़ करने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रत्येक केंद्र पर एक ऑब्जरवेशन कक्ष, प्रतीक्षा कक्ष तथा वैक्सिनेशन कक्ष अधिष्ठापित करने का निर्देश दिया।
स्वास्थ्य सचिव ने तीसरे एवं चौथे चरण में आने वाले 45 से 59 तथा 60 से ऊपर आयुवर्ग के लोगों की संख्या के संबंध में कहा कि झारखंड राज्य में 45 से 59 आयुवर्ग वाले कुल 06 लाख तथा 60 से ऊपर आयुवर्ग वाले कुल 32 लाख लोगों को कोविड-19 वैक्सिन का डोज दिया जाना है। शत-प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने युद्धस्तर पर बेहतर माईक्रो प्लानिंग तैयार करते हुए सभी जिलों में वैक्सिनेशन केंद्रो की संख्या में ईजाफा करते हुए एक माह में अधिकाधिक लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। अधिकाधिक टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने स्वयं सहायता समूहों की दीदी, एएनएम, सहिया, पंचायत सेवक एवं रोजगार सेवक के साथ समन्वय स्थापित कर 45 से 59 तथा 60 से ऊपर आयुवर्ग के लोगों को अपने निकटतम वैक्सिनेशन केंद्रों पर जाकर अपना टीकाकरण सुनिश्चित कराने हेतु उत्प्रेरित करने का भी निर्देश दिया।
वीसी में अभियान निदेशक रवि शंकर शुक्ला ने टीकाकरण पर आने वाले लाभुकों के लिए पर्याप्त पेयजल एवंबैठने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को अपने संबंधित एमओआईसी, जिला समाज कल्याण विभाग के प्रतिनिधि एवं जेएसएलपीएस के प्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए वैक्सिनेशन केंद्रों की पर्याप्त संख्या तथा उन केंद्रों पर आने वाले लाभुकों की पर्याप्त संख्या सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
उन्होंने आगामी 20 मार्च से 27 मार्च तक तीन चरणों में 06 दिवसीय टीकाकरण अभियान का आयोजन प्रति पंचायतों में करने का निर्देश दिया। उन्होंने पूरे राज्य के 4500 पंचायतों को तीन चरणों में आच्छादित करने हेतु संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारियों को अपने सहयोगी पदाधिकारियों एवं कर्मियों के सहयोग से कार्य योजना बनाकर अभियान के माध्यम से टीकाकरण का कार्य सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इस संबंध में उन्होंने बताया कि उक्त अभियान के तहत कुल 10 लाख लोगों का टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित है। प्रत्येक टीकाकरण केंद्र पर प्रतिदिन कम से कम 100 व्यक्तियों का टीकाकरण करने का निर्देश दिया। वहीं उन्होंने टीकाकरण का कार्य सुगमतापूर्वक संचालित करने हेतु प्रथम एवं द्वितीय पाली में लाभुकों को सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया। उन्होंने किसी भी परिस्थिति में कोविड-19 वैक्सिन के डोज का दुरुपयोग न करने का निर्देश दिया।
ग्रामीण विकास विभाग की सचिव आराधना पटनायक ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को इअपने संबंधित जेएसएलपीएस के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं सहित अन्य प्रतिनिधियों की सहायता से जनजागरूकता अभियान चलाकर अधिकाधिक लोगों को टीकाकरण हेतु उत्प्रेरित करने का निर्देश दिया। इस संबंध में उन्होंने स्वयं सहायता समूह क महिलाओं से अपने-अपने क्षेत्रांतर्गत 15 से 18 मार्च तक जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को टीकाकरण के लिए जागरूक करने का निर्दश दिया। वहीं उन्होंने टीकाकरण केंद्रों पर अदिक भीड़ इकट्ठा न हो इसे ध्यान में रखते हुए विशेष व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को अपने संबंधित एमओआईसी के साथ समन्वय स्थापित करते हुए टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने 20 से 27 मार्च तक आयोजित होने वाले अभियान में प्रत्येक चरण में 1500 पंचायतों को आच्छादित करने का निर्देश दिया।
उपस्थिति
वीसी में राज्य मुख्यालय से स्वास्थ्य सचिव के.के. सोन, ग्रामीण विकास विभाग की सचिव आराधना पटनायक, अभियान निदेशक एनएचएम रवि शंकर शुक्ला तथा जिला मुख्यालय गुमला से सिविल सर्जन डॉ. विजया भेंगरा, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी देवेंद्रनाथ भादुड़ी, सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी संध्या मुण्डू, स्वास्थ्य विभाग के राजीव कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी/ कर्मीगण व अन्य उपस्थित थे।