हज़ारीबाग़ : उपायुक्त भुवनेश प्रताप सिंह ने अपने कार्यालय कक्ष में शनिवार को जिले के वरीय पदाधिकारियों से औपचारिक बैठक की तथा जिले में चल रही योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की। मौके पर उन्होंने जिले के कार्यप्रणाली और विकास की समीक्षा करते हुए विभागवार पदाधिकारियों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही महत्वपूर्ण जल संचयन/जल शक्ति योजना को लेकर विशेष निर्देश दिये। जल संचयन अभियान को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने को लेकर विभिन्न मुद्दों पर प्रकाश डाला। विशेषकर उन्होंने सोख्ता गड्ढा, ट्रेंच तथा डोभा के निर्माण पर बल देते हुए कहा कि डोभा का साईज, सुरक्षा मानक, तथा रख रखाव पर विशेष ध्यान दें ताकि यह एक मॉडल डोभा का रूप ले सके। इस संबंध में उन्होंने प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करने का निदेश दिया। जल संकट पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि जल संचयन को जन आंदोलन के रूप मंे परिवर्तित करना अतिआवश्यक है। सभी को इसमें बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना होगा। बड़ों के साथ-साथ बच्चों के मन मस्तिष्क में भी जल संचयन की महत्ता को लेकर जागरूकता बढे़ इसके लिए उन्होंने विद्यालयों में जल संचयन/जल शक्ति से संबंधित पेंटिंग, वाटर सर्किल, लेखन पद्धति को बढ़ावा देने का निदेश दिया।इस अवसर पर उपायुक्त ने पर्यावरण संतुलन की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए वृक्षा रोपण सुनिश्चित करने पर बल दिया। उन्होंने झील परिसर, कनहरी पहाड़ परिसर सहित कई स्थानों पर वृक्ष लगाने की बात कही। साथ ही वरीय पदाधिकारियों को सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित कर उन्होंने प्रखण्डों में वृक्षारोपण सुनिश्चित करने का निदेश दिया। उन्होंने जल संचयन व वृक्षारोपण को प्रभावी बनाने के लिए श्रमदान पर भी बल दिया। मौके पर नरेगा द्वारा संचालित योजनाओं की चर्चा की गई तथा इसके बेहतर क्रियान्वयन हेतु आवश्यक निदेश दिये। उन्होंने जमीनी स्तर पर विकास योजनाओं के कार्याें की समीक्षा के लिए हर दो गांव में एक ग्राम प्रभारी होने के बात कही।इस अवसर पर डीडीसी विजया जाधव, सदर एसडीओ मेघा भारद्वाज, अपर समाहर्ता दिलीप तिर्की, विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारी सहित कई लोग मौजूद थे।