गढ़वा: जिला यक्ष्मा केंद्र गढ़वा के सभागार में विश्व यक्ष्मा दिवस के अवसर पर सेमिनार का आयोजन किया गया। विश्व यक्ष्मा दिवस पर सेमिनार का आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य जिले वासियों को यह संदेश पहुंचाना है कि मास्क एवं सैनिटाइजर का प्रयोग कोरोना जैसी भयंकर बीमारियों का ही नहीं बल्कि यक्ष्मा जैसी बीमारियों से भी बचाव करता है। मौके पर सिविल सर्जन गढ़वा ने बताया कि यक्ष्मा की बीमारी के लक्षण हैं
दो सप्ताह से ज्यादा लगातार खांसी और साथ में बलगम आना, खांसी के साथ- साथ कभी कभी खून आना, भूख कम लगना, लगातार वजन कम होना शाम या रात के समय बुखार आना, सर्दी में भी पसीने का बहना, सांस उखड़ना या सांस लेते समय सीने में दर्द होना
है, ऐसे में इससे बचाव अत्यंत आवश्यक है। किसी भी व्यक्ति में उपरोक्त लक्षण दिखाई देने पर वह तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें। इसके अलावा सेमिनार में सिविल सर्जन गढ़वा द्वारा बेहतर कार्य करने वाले यक्ष्मा कर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया गया। साथ ही विश्व यक्ष्मा दिवस के अवसर पर जागरूकता हेतु मास्क सेल्फी भी लिया गया।
मौके पर असैनिक शल्यचिकित्सा पदाधिकारी गढ़वा डॉ दिनेश सिंह, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्वास्थ्य विभाग, स्वास्थ्य विभाग विधायक प्रतिनिधि एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।