– विश्व हाथ धुलाई दिवस के मौके पर लोगों को हाथ धोने के प्रति किया गया जागरूक
गोड्डा: शुक्रवार को डीआरडीए स्थित परिसर में जिला मिशन प्रबंधन इकाई एवं झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के द्वारा विश्व हाथ धुलाई अभियान कार्यक्रम आयोजित किया गया । इस मौके पर उप विकास आयुक्त चंदन कुमार के द्वारा साबुन एवं हैंड वाश से अपने हाथों को धोकर लोगों को हाथ धोने के प्रति जागरूक किया गया। मौके पर मौजूद प्रत्येक कर्मियों द्वारा भी एक एक कर अपने हाथों को धोते हुए एक संदेश दिया गया कि प्रत्येक लोगों को समय समय के अंतराल पर अपने हाथों को अवश्य होना चाहिए।
इस मौके पर उप विकास आयुक्त श्री कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस का खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है। इसलिए कोरोना से बचाव के लिए हाथ धोना बहुत जरूरी है। साथ ही कहा कि हम जगह-जगह कई वस्तुओं को छूते हैं, जिससे हमारे हाथों में कीटाणु आ जाते हैं। ऐसे में साबुन से हाथ धोने पर हाथों में लगे कीटाणु खत्म हो जाते हैं। इन साफ हाथों से यदि कुछ भी खाया पीया जाए तो इससे रोग मुक्त भोजन शरीर में जाता है और व्यक्ति बीमार नहीं होता। बच्चों को शुरूआती दौर से ही यह आदत सिखाएं, इससे बीमारी दूर रहती है और व्यक्ति बार-बार बीमार नहीं पड़ता। हाथ धोते समय जल्दबाजी न करें। कम से कम 30 सेकेंड तक हाथ धोने चाहिए। स्वच्छता का ख्याल वैसे तो पहले से ही रखा जाता है, लेकिन कोविड के प्रकोप के बाद से हाथ धोने की आदत बन चुकी है। समय समय के अंतराल पर हाथ धोने से अपने हाथों पर मौजूद वायरस को खत्म कर सकते हैं।
श्री कुमार ने कहा कि हमारे हाथों में अनदेखी गंदगी छिपी होती है, जो किसी भी वस्तु को छूने, उसका उपयोग करने एवं कई तरह के दैनिक कार्यों के करण होती है। यह गंदगी बगैर हाथ धोए खाद्य एवं पेय पदार्थों के सेवन से आपके शरीर में जाती है और बीमारियों को जन्म देती हैं। दरअसल यह स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का ही एक हिस्सा है। क्योंकि हाथ की धुलाई से बीमारियों से बचा जा सकता है, और यह बेहतर स्वास्थ्य की ओर एक अच्छी पहल है। हर व्यक्ति को स्वास्थ्य के प्रति इन छोटी-छोटी बातों के प्रति सजग होना चाहिए, ताकि हम एक स्वास्थ समाज का निर्माण कर सकें।मौके पर झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के डीपीएम राहुल रंजन, नीति आयोग के कोषांग प्रभारी संतोष कुमार, यूनिसेफ सहयोगी आईडीएफ संस्था से नरोत्तम कुमार, डीआरडीए के कर्मी सहित अन्य उपस्थित थे।