चतरा/इटखोरी/गिद्धौर/मयूरहंड। लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व चैती छठ का पहला अर्घ्य डूबते सूर्य को 18 अप्रैल के शाम जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में दिया गया। इसके उपरांत व्रती महिलाओं ने सूर्य का पूजा-अर्चना कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। सोमवार सुबह व्रती उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देंगे। दिन में तीन बजे के बाद से ग्रामीण क्षेत्र में व्रती परिवार के सदस्यों के साथ स्थनिय नदी घाट के लिए घरों से छठ मइया का गीत गाते हुए रवाना होने लगी थीं। अर्घ्य से पहले व्रती महिलाओं ने सूर्य का पूजन किया। सूर्यास्त से पहले ही व्रती महिलाएं नदी-घाट के पानी में जाकर खड़ी हो गईं। सूर्यास्त होने के दौरान व्रती महिलाओं के परिवार के लोगों ने सूर्य को अर्घ्य दिया। चैती छठ पर्व का दूसरा अर्घ्य सोमवार की सुबह उदयीमान सूर्य को दिया जाएगा। इटखोरी प्रखंड के मुहाने, पितीज के बसाने नदी छठ घाट तथा बिशनापुर छठ घाट पर चैती छठ महापर्व पर को लेकर भक्ति का समागम दिखा। वहीं गिद्धौर प्रखंड के गिद्धौर, गांगपुर, दुआरी सहित अन्य गांवों में लोगो ने छठ पर्व मनाया।