अकबर अली की रिपोर्ट
ललमटिया: ईसीएल की राजमहल कोल परियोजना, ललमटिया के सीएचपी में कार्यरत श्रमिकों ने अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर महाप्रबंधक (परिचालन) के खिलाफ प्रदर्शन किया। जिसकी अगुवाई कांग्रेस के पूर्व एमएलए सह झारखण्ड मजदूर कल्याण संघ के अध्यक्ष राजेश रंजन ने की।
कुछ दिन पहले भी श्रमिकों द्वारा अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया था। लेकिन ईसीएल प्रबंधन के अधिकारी द्वारा सिर्फ लीपापोती वाला कार्य किया गया। श्रमिकों द्वारा बताया जा रहा है कि ईसीएल के सीएचपी में ठीकेदार और अधिकारी की मिली भगत से सारा काम होता है। मजदूर को समय पर वेतन का भुगतान नहीं किया जाता है। श्रमिक के पास सेफ्टी के लिए न जूता है और न ही सिर में टोपी। प्रदर्शन में सभी श्रमिक उपस्थित हुए एवं अपनी मांगों को महाप्रबंधक के समक्ष रखा।
मुख्य माँगे :
सीएचपी के संविदा मजदूरों को नियमित वेतन पर्ची निर्गत करना सुनिश्चित की जाय।सन 2016 से भविष्य निधि के एवज में काटी गयी राशि अविलंब दी जाय।
महंगाई भत्ता (अकटूबर 2020 से मार्च 2021) का बकाया राशि जल्द ही भुगतान की जाय।
मंहगाई भत्ता के बढ़ोतरी राशि का भुगतान अप्रैल 2021 से नियमित रूप से की जाय।
सुरक्षा हेतु बरसाती जूता उपलब्ध करवाया जाय।
श्रमिकों की सहमति से महाप्रबंधक (परिचालन) की अध्यक्षता में सीएचपी में कार्यरत श्रमिकों की समस्याओं के समाधान हेतु अत्यावश्यक बैठक की गयी। बैठक में निर्णय लिया गया कि श्रमिकों की जो भी मांगे है, वह जायज है। सभी मांगों को पूरा करवा दी जायेगी। बैठक में प्रबंधन पक्ष से जीएम (ओपी), एइसीइ (एरिया), एएसएम (एरिया), सीएचपी , एपीएम मौजूद थे।