रामगढ : गुरुवार को होटल मिलन के सभागार में झारखंड जंगल बचाओ पर कार्यशाला का आयोजन किया गया । जिसके अध्यक्षता मांडू प्रखंड प्रभारी हीराराल मुर्मू एवं संचालन गोला प्रखंड प्रभारी ओमप्रकाश मांझी ने किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि झारखंड जंगल बचाओ आंदोलन के राज्य संयोजक जेवियर कुजूर ने अपने संबोधन में कहा कि वनाधिकार कानून का मूल उद्देश वनआश्रितों के साथ हुए ऐतिहासिक अन्याय का निराकरण करना है। उन्होंने कहा कि वनाधिकार कानून के मुख्य प्रावधानों व्यक्तिगत वनाधिकार के तहत 4 हेक्टेयर तक वन भूमि का पट्टा मंजूरी करने वनाधिकार पट्टा देने तथा सामुदायिक वनाधिकार के तहत संसाधनों का उपयोग के साथ-साथ ग्राम सभा के द्वारा धारा 3 – 1 (झारखंड) के तहत वनोपज के संग्रहण एवं विक्रय के अधिकार के साथ ही ग्राम सभा के अधिकार एवं भूमिका के बारे में जानकारी दी । उन्होंने गांव स्तर से ग्राम सभा , प्रखंड स्तरीय ग्राम सभा, और जिला स्तरीय ग्राम सभा मंच को सशक्त करते हुए गांवो के अधिकारी के लिए आगे बढ़ने की बात कही। इस मौके पर देवीलाल करमाली , रामेश्वर महतो , प्रकाश मांझी , कुलेश्वर महतो , श्याम बिहारी महतो , गहन मांझी , फतेश्वर महतो , गागो मुंडा , महेंद्र करमाली, सोनी देवी , गीता देवी , महेश मुर्मू , राधो माली , बोलेश्वर महतो , जोगेंद्र महतो आदि मौजूद थे।