दर्जनों गरीबों के आशियाने हुए ध्वस्त, ग्रामीण क्षेत्र में तीन दिनों से बिजली की आपूर्ति भी ठप
चतरा/कुंदा/कान्हाचट्टी/पत्थलगडा। जिले में दिखा यास चक्रवात का व्यापक असर। दो दिनों तक हुए भारी बारिश से जिले के कुंदा, टंडवा, कान्हाचट्टी, इटखोरी, मयूरहंड, पत्थलगडा सहित अन्य प्रखंडों में दर्जनों गरीबों के कच्चे आशियाने ध्वस्त हो गए है। स्थिति ऐसी हो गई है कि प्रभावितों में कई दूसरे के घरों में शरण लिए हुए हैं। वहीं पत्थलगडा, गिद्धौर, सिमरिया व लावालौंग प्रखंड में तीन दिनों से बिजली आपूर्ति ठप है। मिली जानकारी के अनुसार कुंदा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत नवादा पंचायत के कोडहास गांव निवाशी बिरजू दास, मौर्य देवी, जुगल प्रसाद एवं उमेश भारती का मिट्टी का घर बारिश की वजह से ध्वस्त हो गया है। सभी के पास रहने के लिए घर नहीं बचा है, साथ ही घर में रखे खाद्य सामग्री भी दब कर नष्ट हो गए हैं। जिसके कारण सभी को रहने के साथ भोजन की भी समस्या उत्पन हो गई है। किसी तरह से अपने पड़ोसियों के घर में फिलहाल रह रहे हैं। वही टिकैतबांध व कोजराम समेत अन्य पंचायतों म कई गरीबों के घर ध्वस्त हो गए है। जिन्हें राहत नही पहुंचाई गई है। आपदा प्रबंधन के तहत भुक्तभोगियों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है। वहीं कान्हाचट्टी प्रखंड के करमा गांव निवासी प्रीतम यादव पिता स्व. महावीर यादव का घर बारिश से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। जिससे प्रीतम घर से बेघर हो गया है, पिडीत के पास मात्र एक गिरा हुआ घर हीं रहने के लिए है। जिसमें जैसे तैसे अपने परिवार के साथ रहने को मजबूर है। मुखिया रामानंद कुमार ने पीडित को ढाढस बंधाते हुए कहा प्रयास करेंगे आपदा प्रबंधन से आवास योजना की स्वीकृति मिल जाए। दुसरी ओर टंडवा, पत्थलगडा, इटखोरी व मयूरहंड में भी दर्जनों गरीबों का आशियाना भारी बारिश की भेट चढ़ गई। लेकिन पीड़ितों को राहत पहुंचाने का काम नही किया गया।